बलरामपुर में 25 अक्तूबर 2025 को सेखुइया गांव में हुए बर्बर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सामाजिक संगठनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। सोमवार को ज्ञान जी के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने मुख्य अभियुक्तों राहुल सिंह और अभय प्रताप सिंह सहित अन्य की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने अपर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि घटना को दस दिन से अधिक बीत चुके हैं। लेकिन पुलिस अब तक मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यह घटना कोतवाली नगर क्षेत्र के सेखुइया गांव में हुई थी। ज्ञापन में कहा गया कि 25 अक्तूबर की सुबह एक जाति विशेष के दर्जनों लोगों ने वर्मा (कुर्मी) परिवार के आधा दर्जन घरों पर लाठी-डंडों और कुदालों से हमला किया था। इस हमले में अंकित वर्मा, सरोज वर्मा, राजेन्द्र वर्मा, सूर्य मान वर्मा और विनय कुमार वर्मा गंभीर रूप से घायल हुए थे। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि आरोपी खुलेआम गांव में घूम रहे हैं और लगातार धमकियां दे रहे हैं कि “गांव छोड़ दो, वरना जान से मार देंगे।” सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्य आरोपियों पर एनएसए लगाने और आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर पीड़ित परिवारों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने की भी मांग की। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगे।
बलरामपुर में दबंगों के खिलाफ प्रदर्शन:हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी और न्याय की मांग
बलरामपुर में 25 अक्तूबर 2025 को सेखुइया गांव में हुए बर्बर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सामाजिक संगठनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। सोमवार को ज्ञान जी के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने मुख्य अभियुक्तों राहुल सिंह और अभय प्रताप सिंह सहित अन्य की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने अपर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि घटना को दस दिन से अधिक बीत चुके हैं। लेकिन पुलिस अब तक मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यह घटना कोतवाली नगर क्षेत्र के सेखुइया गांव में हुई थी। ज्ञापन में कहा गया कि 25 अक्तूबर की सुबह एक जाति विशेष के दर्जनों लोगों ने वर्मा (कुर्मी) परिवार के आधा दर्जन घरों पर लाठी-डंडों और कुदालों से हमला किया था। इस हमले में अंकित वर्मा, सरोज वर्मा, राजेन्द्र वर्मा, सूर्य मान वर्मा और विनय कुमार वर्मा गंभीर रूप से घायल हुए थे। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि आरोपी खुलेआम गांव में घूम रहे हैं और लगातार धमकियां दे रहे हैं कि “गांव छोड़ दो, वरना जान से मार देंगे।” सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्य आरोपियों पर एनएसए लगाने और आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर पीड़ित परिवारों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने की भी मांग की। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगे।









































