सिरसिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार को एएनएम, संगिनी और आशा बहुओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान खराब कार्य प्रदर्शन करने वाली आशा बहुओं को फटकार लगाई गई, जबकि अनुपस्थित रहने वाली आशाओं को नोटिस जारी किए गए हैं। अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र मणि ओझा ने बदरुन्निशा, कमला, बबीता, उषा और सुनीता नामक आशा बहुओं को उनके खराब कार्य प्रदर्शन के लिए कड़ी फटकार लगाई। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे अगले एक माह के भीतर अपने सभी कार्यों को पूरा करें, अन्यथा उनकी प्रोत्साहन राशि बाधित करते हुए उन्हें पद से निष्कासित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, बैठक से अनुपस्थित रहने वाली आशा बहुओं— राजेश्वरी, सरिता, राखी, अफसाना और गीता के विरुद्ध स्पष्टीकरण पत्र जारी किया गया है। इन सभी से तीन कार्य दिवस के भीतर संतोषजनक जवाब मांगा गया है। अधीक्षक ने एएनएम को गर्भावस्था के दौरान उच्च जोखिम वाले लक्षणों की पहचान करने का निर्देश दिया। इनमें उच्च रक्तचाप, गंभीर एनीमिया, 20 वर्ष से कम या 35 वर्ष से अधिक उम्र की गर्भवती, और पूर्व की गर्भावस्था में जटिलताएँ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को सीएचसी में शीघ्र संदर्भित किया जाए ताकि समय पर इलाज और परामर्श से जच्चा-बच्चा को जटिलताओं और मृत्यु से बचाया जा सके। एचईओ राजीव त्रिपाठी और बीसीपीएम मेराज अहमद ने आशा बहुओं को ड्यू लिस्ट बनाने का प्रशिक्षण दिया। वहीं, बीएमसी सूर्यदेव सिंह ने टीकाकरण से आनाकानी करने वाले लाभार्थियों की लाइन लिस्टिंग तैयार करने और उन्हें प्रेरित करने को कहा। इस दौरान ध्रुवचंद, खुशबू, उर्मिला, आख्या पाण्डेय सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।
अनुपस्थित आशाओं को नोटिस, खराब प्रदर्शन पर फटकार:सीएचसी सिरसिया में समीक्षा बैठक के दौरान हुई कार्रवाई
सिरसिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार को एएनएम, संगिनी और आशा बहुओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान खराब कार्य प्रदर्शन करने वाली आशा बहुओं को फटकार लगाई गई, जबकि अनुपस्थित रहने वाली आशाओं को नोटिस जारी किए गए हैं। अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र मणि ओझा ने बदरुन्निशा, कमला, बबीता, उषा और सुनीता नामक आशा बहुओं को उनके खराब कार्य प्रदर्शन के लिए कड़ी फटकार लगाई। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे अगले एक माह के भीतर अपने सभी कार्यों को पूरा करें, अन्यथा उनकी प्रोत्साहन राशि बाधित करते हुए उन्हें पद से निष्कासित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, बैठक से अनुपस्थित रहने वाली आशा बहुओं— राजेश्वरी, सरिता, राखी, अफसाना और गीता के विरुद्ध स्पष्टीकरण पत्र जारी किया गया है। इन सभी से तीन कार्य दिवस के भीतर संतोषजनक जवाब मांगा गया है। अधीक्षक ने एएनएम को गर्भावस्था के दौरान उच्च जोखिम वाले लक्षणों की पहचान करने का निर्देश दिया। इनमें उच्च रक्तचाप, गंभीर एनीमिया, 20 वर्ष से कम या 35 वर्ष से अधिक उम्र की गर्भवती, और पूर्व की गर्भावस्था में जटिलताएँ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को सीएचसी में शीघ्र संदर्भित किया जाए ताकि समय पर इलाज और परामर्श से जच्चा-बच्चा को जटिलताओं और मृत्यु से बचाया जा सके। एचईओ राजीव त्रिपाठी और बीसीपीएम मेराज अहमद ने आशा बहुओं को ड्यू लिस्ट बनाने का प्रशिक्षण दिया। वहीं, बीएमसी सूर्यदेव सिंह ने टीकाकरण से आनाकानी करने वाले लाभार्थियों की लाइन लिस्टिंग तैयार करने और उन्हें प्रेरित करने को कहा। इस दौरान ध्रुवचंद, खुशबू, उर्मिला, आख्या पाण्डेय सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।








