बस्ती के विक्रमजोत विकास क्षेत्र की पूरे चेतन ग्राम पंचायत में मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को पंचायत भवन में एकत्र हुए ग्रामीणों ने बैठक कर इस मामले को उच्च न्यायालय में चुनौती देने का निर्णय लिया। उनका आरोप है कि ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में 182 अपात्र लोगों के नाम दर्ज हैं। ग्रामीण यह भी दावा कर रहे हैं कि इन नामों को हटाने के लिए की गई शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव निवासी राजकुमार पुत्र परशुराम ने इन अपात्र नामों को सूची से हटाने के लिए जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायत पत्र दिया था। हालांकि, इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और वही सूची प्रकाशन के लिए भेज दी गई। शिकायत के अनुसार, ग्राम सभा में कुल आठ राजस्व ग्राम हैं, जिनमें पूरे चेतन, पिपरी संग्राम, पूरे संग्राम, संभूपुर, काजीपुर, भरथापुर, अराजी डूही पूरेचेतन और पूरे सोम शामिल हैं। इनमें से केवल संभूपुर ही आबाद है। अन्य गांव सरयू नदी की धारा में विलीन हो चुके हैं और उनके निवासी अलग-अलग स्थानों पर रह रहे हैं, जहां वे अपने मताधिकार का प्रयोग भी करते हैं। इसके बावजूद, बीएलओ ने उनके नाम ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में दर्ज कर रखे हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जिन युवतियों का विवाह हो चुका है और वे सालों से अपनी ससुराल में रह रही हैं, उनके नाम भी मतदाता सूची से नहीं हटाए गए हैं। ग्राम पंचायत में कुल 481 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें से 182 नाम ऐसे हैं जो अपात्र हैं और उनका ग्राम पंचायत में निवास नहीं है। ग्रामीणों का आरोप है कि बीएलओ नीलम देवी ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान इन नामों को यथावत रखा, जो न्यायसंगत नहीं है।









