आदर्श नगर पंचायत भारतभारी के ऐतिहासिक स्थल पर मंगलवार रात भव्य रामलीला कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। नगर पंचायत अध्यक्ष चंद्र प्रकाश वर्मा उर्फ चंदू चौधरी ने फीता काटकर इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु, स्थानीय जनप्रतिनिधि और नगर पंचायत के अधिकारीगण उपस्थित रहे। परिसर ‘जय श्रीराम’ के जयकारों से गूंज उठा। उद्घाटन के बाद चेयरमैन चंदू चौधरी ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन त्याग, मर्यादा और आदर्शों का प्रतीक है। श्रीराम ने कठिन परिस्थितियों में भी धर्म और सत्य का मार्ग नहीं छोड़ा। उन्होंने समाज से उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर न्याय, सेवा और सच्चाई की भावना को सशक्त बनाने की अपील की। चेयरमैन ने आगे कहा कि रामलीला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, मर्यादा और नैतिक मूल्यों का जीवंत प्रतीक है। यह हमें अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने का संदेश देती है। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत प्रशासन का प्रयास रहेगा कि ऐसे सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों से समाज में एकता और सद्भाव का संदेश प्रसारित हो। उन्होंने आयोजन समिति और कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन परंपराओं को जीवित रखते हैं और नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ते हैं। रामलीला मंचन के पहले दिन भगवान श्रीराम के जन्म और बाल्यकाल से जुड़ी लीलाओं का प्रभावशाली मंचन किया गया। इसे देखकर उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। मंचन के दौरान तालियों की गूंज और ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से पूरा स्थल गुंजायमान रहा। कार्यक्रम के अंत में श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम की आरती में भाग लिया और समाज में धर्म तथा एकता की भावना बनाए रखने का संकल्प लिया। यह आयोजन कार्तिक पूर्णिमा मेले की सांस्कृतिक झलकियों में से एक महत्वपूर्ण आकर्षण बन गया है, जो कई दिनों तक श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम की लीलाओं से प्रेरणा देता रहेगा।
नगर पंचायत भारतभारी में रामलीला का भव्य शुभारंभ:चेयरमैन ने फीता काटकर किया उद्घाटन, श्रीराम के आदर्शों पर चलने पर दिया जोर
आदर्श नगर पंचायत भारतभारी के ऐतिहासिक स्थल पर मंगलवार रात भव्य रामलीला कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। नगर पंचायत अध्यक्ष चंद्र प्रकाश वर्मा उर्फ चंदू चौधरी ने फीता काटकर इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु, स्थानीय जनप्रतिनिधि और नगर पंचायत के अधिकारीगण उपस्थित रहे। परिसर ‘जय श्रीराम’ के जयकारों से गूंज उठा। उद्घाटन के बाद चेयरमैन चंदू चौधरी ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन त्याग, मर्यादा और आदर्शों का प्रतीक है। श्रीराम ने कठिन परिस्थितियों में भी धर्म और सत्य का मार्ग नहीं छोड़ा। उन्होंने समाज से उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर न्याय, सेवा और सच्चाई की भावना को सशक्त बनाने की अपील की। चेयरमैन ने आगे कहा कि रामलीला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, मर्यादा और नैतिक मूल्यों का जीवंत प्रतीक है। यह हमें अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने का संदेश देती है। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत प्रशासन का प्रयास रहेगा कि ऐसे सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों से समाज में एकता और सद्भाव का संदेश प्रसारित हो। उन्होंने आयोजन समिति और कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन परंपराओं को जीवित रखते हैं और नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ते हैं। रामलीला मंचन के पहले दिन भगवान श्रीराम के जन्म और बाल्यकाल से जुड़ी लीलाओं का प्रभावशाली मंचन किया गया। इसे देखकर उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। मंचन के दौरान तालियों की गूंज और ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से पूरा स्थल गुंजायमान रहा। कार्यक्रम के अंत में श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम की आरती में भाग लिया और समाज में धर्म तथा एकता की भावना बनाए रखने का संकल्प लिया। यह आयोजन कार्तिक पूर्णिमा मेले की सांस्कृतिक झलकियों में से एक महत्वपूर्ण आकर्षण बन गया है, जो कई दिनों तक श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम की लीलाओं से प्रेरणा देता रहेगा।












