छुट्टा जानवरों से दुर्घटनाएं बढ़ीं:विक्रमजोत में गौशालाओं की व्यवस्था पर उठे सवाल, ए.डी.ओ. पंचायत ने दिया आश्वासन

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बस्ती के विक्रमजोत विकास क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्रामीण इलाकों में छुट्टा जानवरों की बढ़ती संख्या से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। इन जानवरों के कारण न केवल जनजीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय दुकानदार सूर्यभान पांडे ने बताया कि ये आवारा जानवर दुकानों के बाहर रखी सब्जियों और अन्य सामानों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे दुकानदारों को आर्थिक हानि हो रही है। अमन विकास कशौधन के अनुसार, ये गोवंश आए दिन किसी न किसी व्यक्ति को चोटिल कर देते हैं। कई बार ये जानवर बड़े वाहनों से टकराकर खुद भी घायल हो जाते हैं, जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। यह स्थिति सड़क सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती है और जानवरों के कल्याण पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। स्थानीय निवासी मेराज आलम, राजकुमार प्रजापति, चन्द्रशेखर प्रजापति, आशीष कुमार यादव, संतराम और मंगरु प्रजापति सहित कई लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन गौशालाओं में इन जानवरों को रखने के लिए व्यवस्थाएं करता है, लेकिन इसके बावजूद गौशालाएं नाकाम साबित हो रही हैं। बड़ी संख्या में छुट्टा जानवर अभी भी सड़कों पर खुलेआम घूम रहे हैं। इस संबंध में ए.डी.ओ. पंचायत विक्रमजोत, रामरुप सिंह ने दूरभाष पर जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिनों के अंतराल पर संबंधित सफाई कर्मचारियों के साथ ब्लॉक से कैटल कैचर्स गाड़ी भेजकर छुट्टा सांड़ों और गायों को पकड़ा जाता है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि किसान आए दिन जानवरों को छोड़ देते हैं, जिससे यह समस्या बनी रहती है। आम जनता और किसानों ने इस समस्या से निजात दिलाने के लिए गौशालाओं में जानवरों को सुरक्षित रखने हेतु उचित और प्रभावी व्यवस्था किए जाने की मांग की है।

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