नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र का मोतीगंज चौराहा इन दिनों गंभीर जाम की समस्या से जूझ रहा है। प्रतिदिन सुबह से शाम तक यहाँ वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं, जिससे राहगीरों, स्कूली बच्चों, मरीजों और स्थानीय दुकानदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जाम अब रोजमर्रा की समस्या बन चुका है, जिससे लोगों का सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि चौराहे पर बढ़ते अतिक्रमण, सड़क किनारे अवैध रूप से खड़ी की जाने वाली गाड़ियाँ और बिना नियम के लगने वाली दुकानें जाम के मुख्य कारण हैं। मोतीगंज चौराहा नगर पंचायत क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जहाँ से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। ऐसे में सड़क के दोनों ओर फैला अतिक्रमण वाहन चालकों के लिए मुश्किलें और बढ़ा देता है। जाम के प्रति नगर पंचायत प्रशासन की अनदेखी से नागरिकों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों—अजीजुल्लाह, जय प्रकाश, राम निरंजन, बिस्मिल्लाह, इरशाद अहमद आदि—ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों का कहना है कि जाम के कारण कई बार स्कूल जाने वाले बच्चों और मरीजों को समय से गंतव्य तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाता है। इसी बीच नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी राजन गुप्ता ने समस्या को स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि प्रशासन जाम और अतिक्रमण की समस्या को गंभीरता से देख रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बहुत जल्द मोतीगंज चौराहा और आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा। अधिशासी अधिकारी ने यह भी कहा कि अवैध पार्किंग पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि लोगों को जाम से राहत मिल सके। ईओ के इस आश्वासन के बाद स्थानीय नागरिकों में यह उम्मीद जगी है कि नगर पंचायत प्रशासन द्वारा जल्द ही अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई करके मोतीगंज चौराहा को जाम-मुक्त बनाया जाएगा और नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में सुचारु यातायात बहाल होगा।
राहगीरों की परेशानी का कारण बना जाम की समस्या:अवैध पार्किंग और अतिक्रमण से राहगीरों को आवागमन में हो रही दिक्कत
नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र का मोतीगंज चौराहा इन दिनों गंभीर जाम की समस्या से जूझ रहा है। प्रतिदिन सुबह से शाम तक यहाँ वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं, जिससे राहगीरों, स्कूली बच्चों, मरीजों और स्थानीय दुकानदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जाम अब रोजमर्रा की समस्या बन चुका है, जिससे लोगों का सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि चौराहे पर बढ़ते अतिक्रमण, सड़क किनारे अवैध रूप से खड़ी की जाने वाली गाड़ियाँ और बिना नियम के लगने वाली दुकानें जाम के मुख्य कारण हैं। मोतीगंज चौराहा नगर पंचायत क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जहाँ से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। ऐसे में सड़क के दोनों ओर फैला अतिक्रमण वाहन चालकों के लिए मुश्किलें और बढ़ा देता है। जाम के प्रति नगर पंचायत प्रशासन की अनदेखी से नागरिकों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों—अजीजुल्लाह, जय प्रकाश, राम निरंजन, बिस्मिल्लाह, इरशाद अहमद आदि—ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों का कहना है कि जाम के कारण कई बार स्कूल जाने वाले बच्चों और मरीजों को समय से गंतव्य तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाता है। इसी बीच नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी राजन गुप्ता ने समस्या को स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि प्रशासन जाम और अतिक्रमण की समस्या को गंभीरता से देख रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बहुत जल्द मोतीगंज चौराहा और आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा। अधिशासी अधिकारी ने यह भी कहा कि अवैध पार्किंग पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि लोगों को जाम से राहत मिल सके। ईओ के इस आश्वासन के बाद स्थानीय नागरिकों में यह उम्मीद जगी है कि नगर पंचायत प्रशासन द्वारा जल्द ही अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई करके मोतीगंज चौराहा को जाम-मुक्त बनाया जाएगा और नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में सुचारु यातायात बहाल होगा।









































