बलरामपुर-गोंडा मार्ग पर स्थित फुलवरिया बाईपास चौराहे पर सोमवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ। एक यात्री बस और ऊनी कपड़ों से लदे कंटेनर की टक्कर के बाद आग लग गई। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए। इस दुर्घटना में आग से पूरी तरह जले दो शवों की पहचान तीसरे दिन गुरुवार को कर ली गई है। पहचान किए गए शवों में एक बदायूं के अलापुर निवासी बस चालक देशराज (35) का है। जबकि दूसरा नेपाल के नवलपुर गांव की देवकुमारी (50) का है। नेपाली महिला की पहचान उनके दामाद सीतारमण थापा ने कपड़ों और जेवर से की। वहीं बस चालक देशराज की पहचान उनके भाई रामशरण ने कपड़ों के आधार पर की। इससे पहले, दुर्घटना के दिन ही एक अन्य मृतक की पहचान नेपाल के गुलमी निवासी राधा (60) पत्नी लाल बहादुर के रूप में हुई थी। यह हादसा सोमवार रात करीब सवा दो बजे फुलवरिया बाईपास चौराहा पर हुआ था। गोंडा की ओर जा रही तेज रफ्तार यात्री बस (नंबर यूपी 22 एटी0245) और बहराइच मार्ग से ऊनी कपड़े लेकर असम जा रहे कंटेनर ट्रक (संख्या यूपी21डीटी 5237) के बीच टक्कर हुई। बाईपास चौराहा पर ट्रक ने बस को जोरदार टक्कर मारी, जिससे यात्रियों से भरी बस घूमकर सड़क से नीचे उतर गई। टक्कर के बाद ट्रक भी अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे को तोड़ता हुआ पलट गया। दुर्घटना के बाद कई यात्री शीशे तोड़कर बस से बाहर निकले और अन्य घायलों को निकालने का प्रयास किया। ऊनी कपड़ों से लदे ट्रक में भी आग लग गई थी। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात गिरजेश तिवारी ने बताया कि दुर्घटना में जले दोनों शवों की पहचान के बाद उन्हें परिवारजनों को सौंप दिया गया है। ट्रक चालक लोवसंग पुत्र टसी, निवासी काईस थाना व जिला कुल्लू, हिमाचल प्रदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बलरामपुर हादसे में जले दो शवों की हुई पहचान:बस चालक और नेपाली महिला के थे शव, बस-कंटेनर की टक्कर के बाद लगी थी आग
बलरामपुर-गोंडा मार्ग पर स्थित फुलवरिया बाईपास चौराहे पर सोमवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ। एक यात्री बस और ऊनी कपड़ों से लदे कंटेनर की टक्कर के बाद आग लग गई। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए। इस दुर्घटना में आग से पूरी तरह जले दो शवों की पहचान तीसरे दिन गुरुवार को कर ली गई है। पहचान किए गए शवों में एक बदायूं के अलापुर निवासी बस चालक देशराज (35) का है। जबकि दूसरा नेपाल के नवलपुर गांव की देवकुमारी (50) का है। नेपाली महिला की पहचान उनके दामाद सीतारमण थापा ने कपड़ों और जेवर से की। वहीं बस चालक देशराज की पहचान उनके भाई रामशरण ने कपड़ों के आधार पर की। इससे पहले, दुर्घटना के दिन ही एक अन्य मृतक की पहचान नेपाल के गुलमी निवासी राधा (60) पत्नी लाल बहादुर के रूप में हुई थी। यह हादसा सोमवार रात करीब सवा दो बजे फुलवरिया बाईपास चौराहा पर हुआ था। गोंडा की ओर जा रही तेज रफ्तार यात्री बस (नंबर यूपी 22 एटी0245) और बहराइच मार्ग से ऊनी कपड़े लेकर असम जा रहे कंटेनर ट्रक (संख्या यूपी21डीटी 5237) के बीच टक्कर हुई। बाईपास चौराहा पर ट्रक ने बस को जोरदार टक्कर मारी, जिससे यात्रियों से भरी बस घूमकर सड़क से नीचे उतर गई। टक्कर के बाद ट्रक भी अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे को तोड़ता हुआ पलट गया। दुर्घटना के बाद कई यात्री शीशे तोड़कर बस से बाहर निकले और अन्य घायलों को निकालने का प्रयास किया। ऊनी कपड़ों से लदे ट्रक में भी आग लग गई थी। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात गिरजेश तिवारी ने बताया कि दुर्घटना में जले दोनों शवों की पहचान के बाद उन्हें परिवारजनों को सौंप दिया गया है। ट्रक चालक लोवसंग पुत्र टसी, निवासी काईस थाना व जिला कुल्लू, हिमाचल प्रदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।









































