कोतवाली उतरौला के प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह के नेतृत्व में सेखुइया गांव में ‘मिशन शक्ति’ जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान महिलाओं से उनकी कुशलक्षेम पूछी गई और सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गईं। अभियान में मिशन शक्ति प्रभारी शालिनी सिंह, हेड कांस्टेबल मेवा लाल, महिला आरक्षी गीतू सिंह और आरक्षी अरुणेश पटेल शामिल थे। पुलिस टीम ने महिलाओं से घर-परिवार और समाज में आने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 1090, 112, 181 और 1098 जैसे आवश्यक हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त, उन्हें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, विधवा पेंशन और जननी सुरक्षा योजना सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों के बारे में भी जागरूक किया गया। अभियान के दौरान साइबर फ्रॉड से बचाव पर विशेष जानकारी दी गई। टीम ने महिलाओं को अज्ञात लिंक, कॉल या संदेशों पर भरोसा न करने की सलाह दी। ‘मिशन शक्ति’ के पांचवें चरण के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से कानून, उनके अधिकारों और सुरक्षा उपायों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। टीम ने थाने में स्थापित ‘मिशन शक्ति’ केंद्र की कार्यप्रणाली समझाई और भरोसा दिलाया कि किसी भी समस्या पर पुलिस तुरंत सहायता प्रदान करेगी। ग्रामीण महिलाओं ने पुलिस की इस पहल की सराहना की।
सेखुइया गांव में मिशन शक्ति अभियान:प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में जागरूकता कार्यक्रम
कोतवाली उतरौला के प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह के नेतृत्व में सेखुइया गांव में ‘मिशन शक्ति’ जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान महिलाओं से उनकी कुशलक्षेम पूछी गई और सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गईं। अभियान में मिशन शक्ति प्रभारी शालिनी सिंह, हेड कांस्टेबल मेवा लाल, महिला आरक्षी गीतू सिंह और आरक्षी अरुणेश पटेल शामिल थे। पुलिस टीम ने महिलाओं से घर-परिवार और समाज में आने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 1090, 112, 181 और 1098 जैसे आवश्यक हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त, उन्हें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, विधवा पेंशन और जननी सुरक्षा योजना सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों के बारे में भी जागरूक किया गया। अभियान के दौरान साइबर फ्रॉड से बचाव पर विशेष जानकारी दी गई। टीम ने महिलाओं को अज्ञात लिंक, कॉल या संदेशों पर भरोसा न करने की सलाह दी। ‘मिशन शक्ति’ के पांचवें चरण के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से कानून, उनके अधिकारों और सुरक्षा उपायों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। टीम ने थाने में स्थापित ‘मिशन शक्ति’ केंद्र की कार्यप्रणाली समझाई और भरोसा दिलाया कि किसी भी समस्या पर पुलिस तुरंत सहायता प्रदान करेगी। ग्रामीण महिलाओं ने पुलिस की इस पहल की सराहना की।









































