सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज थाना क्षेत्र के पोखरा कानूनगो गांव में शुक्रवार को एक परिवार पर हमला हुआ। घर में घुसकर पिता, पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट की गई। जिसका वीडियो सामने आया है। इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। पीड़ित राम प्रताप पांडे ने बताया कि शुक्रवार सुबह वे खेत में काम कर रहे थे। उनका बेटा साइकिल से उनके पास आ रहा था। तभी गांव के एक युवक ने बच्चे को रोका और उसके साथ मारपीट की। राम प्रताप पांडे ने जब युवक के घर जाकर विरोध जताया, तो विवाद बढ़ गया और उन्हें वहां से लौटना पड़ा। वहीं दोपहर तक 8 लोग राम प्रताप पांडे के घर पहुंचे और उनके साथ-साथ उनकी पत्नी और बच्चों के साथ भी मारपीट की। वहीं वीडियो में एक बच्चा रोते हुए अपने पिता को छोड़ने की गुहार लगा रहा है। वीडियो में दो से तीन लोग राम प्रताप पांडे को पीटते हुए दिख रहे हैं। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार शाम मारपीट के बाद जब वे बेंवा सीएचसी में मेडिकल जांच कराने पहुंचे, तो कुछ लोगों ने डॉक्टर को जांच करने से रोक दिया। परिजनों का आरोप है कि आरोपी राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर गांव में अक्सर परेशान करते हैं। अब उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
सिद्धार्थनगर में दबंगों ने घर में घुसकर परिवार को पीटा:युवक ने बच्चे को रोककर मारपीट करने पर बढ़ा विवाद
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज थाना क्षेत्र के पोखरा कानूनगो गांव में शुक्रवार को एक परिवार पर हमला हुआ। घर में घुसकर पिता, पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट की गई। जिसका वीडियो सामने आया है। इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। पीड़ित राम प्रताप पांडे ने बताया कि शुक्रवार सुबह वे खेत में काम कर रहे थे। उनका बेटा साइकिल से उनके पास आ रहा था। तभी गांव के एक युवक ने बच्चे को रोका और उसके साथ मारपीट की। राम प्रताप पांडे ने जब युवक के घर जाकर विरोध जताया, तो विवाद बढ़ गया और उन्हें वहां से लौटना पड़ा। वहीं दोपहर तक 8 लोग राम प्रताप पांडे के घर पहुंचे और उनके साथ-साथ उनकी पत्नी और बच्चों के साथ भी मारपीट की। वहीं वीडियो में एक बच्चा रोते हुए अपने पिता को छोड़ने की गुहार लगा रहा है। वीडियो में दो से तीन लोग राम प्रताप पांडे को पीटते हुए दिख रहे हैं। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार शाम मारपीट के बाद जब वे बेंवा सीएचसी में मेडिकल जांच कराने पहुंचे, तो कुछ लोगों ने डॉक्टर को जांच करने से रोक दिया। परिजनों का आरोप है कि आरोपी राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर गांव में अक्सर परेशान करते हैं। अब उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।









































