अमेठी पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल की है। शुक्रवार देर रात हुई मुठभेड़ में पुलिस ने चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के कैथा उर्फ टडिया निवासी कुख्यात मनीष उर्फ गणेश उर्फ मिन्टू को गिरफ्तार कर लिया। उस पर पुलिस अधीक्षक की ओर से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पकड़े गए आरोपी पर अमेठी, जौनपुर और चंदौली में हत्या के प्रयास, गोवध निवारण अधिनियम, पशु क्रूरता व गैंगस्टर एक्ट समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार की रात एसओजी प्रभारी अनूप सिंह और सर्विलांस प्रभारी दयाशंकर मिश्र को सूचना मिली थी कि वांछित इनामी आरोपी प्रतापगढ़ बॉर्डर से बाइक पर रतापुर की ओर जा रहा है। सूचना पर एसओजी और रामगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने बैरघाट पुल के पास घेराबंदी की।
इसी दौरान संदिग्ध बाइक सवार पुलिस टीम को देखकर भागने लगा और उसने बचने के लिए फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लग गई और वह मौके पर ही दबोच लिया गया।
आरोपी को घायलावस्था में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बीते 11 सितंबर की रात गोवंश लादकर भाग रहे बदमाशों ने पुलिस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया था।
उस घटना के बाद से पुलिस लगातार इस गैंग के सदस्यों को दबोच रही है। पंद्रह दिन पहले पांच आरोपी गिरफ्तार होकर जेल भेजे जा चुके हैं, जबकि बीते 28/29 सितंबर की रात एक अन्य आरोपी अरुण मुठभेड़ में पकड़ा गया था।
एसपी ने कहा ये
एसपी ने बताया कि मनीष की गिरफ्तारी से गिरोह की गतिविधियों पर करारा प्रहार हुआ है। पुलिस का दावा है कि इस गैंग की वजह से चंदौली, जौनपुर और अमेठी में लंबे समय से गोतस्करी की घटनाएं बढ़ रही थीं। लगातार तीसरी मुठभेड़ में सफलता मिलने से पुलिस टीम का मनोबल भी ऊंचा हुआ है।