बलरामपुर के रेहरा बाजार क्षेत्र स्थित बाबा गांव में बुधवार को श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ हुआ। इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत भव्य कलश यात्रा के साथ हुई, जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर भजन-कीर्तन करते हुए पूरे गांव का भ्रमण किया। यात्रा के दौरान “हरे कृष्ण, हरे राम” के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो उठा। कलश यात्रा का शुभारंभ यज्ञाचार्य पंडित राम निधि पाण्डेय के वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ। भगवान श्रीकृष्ण, राधा और सुदामा की झांकियां श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। यात्रा का स्वागत करने के लिए जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा की। कथा स्थल को फूलों और झालरों से भव्य रूप से सजाया गया है। कथावाचक पंडित राम निधि पाण्डेय ने श्रीगणेश वंदना के साथ कथा का आरंभ किया। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्म लीला प्रसंग का वर्णन कर भक्तों को भावविभोर कर दिया। आयोजन के मुख्य संयोजक विपुल चतुर्वेदी ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से मनुष्य के जीवन में सकारात्मकता, शांति और ईश्वर के प्रति भक्ति का संचार होता है। उन्होंने इस आयोजन को पूरे गांव के लिए आस्था और एकता का प्रतीक बताया। यह कथा प्रतिदिन सायं 6 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित की जाएगी। कथा के समापन अवसर पर एक भव्य भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिलाएं और युवा शामिल हुए। पूरे गांव में भक्ति, उल्लास और आध्यात्मिकता का माहौल बना रहा। इस अवसर पर देवी प्रसाद चौबे, अमन चौबे, अवधेश कुमार चतुर्वेदी, पंकज चौबे सहित कई भक्तजन उपस्थित रहे।
बाबा गांव में श्रीमद्भागवत महापुराण का शुभारंभ:बलरामपुर में कथावाचक ने
बलरामपुर के रेहरा बाजार क्षेत्र स्थित बाबा गांव में बुधवार को श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ हुआ। इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत भव्य कलश यात्रा के साथ हुई, जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर भजन-कीर्तन करते हुए पूरे गांव का भ्रमण किया। यात्रा के दौरान “हरे कृष्ण, हरे राम” के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो उठा। कलश यात्रा का शुभारंभ यज्ञाचार्य पंडित राम निधि पाण्डेय के वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ। भगवान श्रीकृष्ण, राधा और सुदामा की झांकियां श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। यात्रा का स्वागत करने के लिए जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा की। कथा स्थल को फूलों और झालरों से भव्य रूप से सजाया गया है। कथावाचक पंडित राम निधि पाण्डेय ने श्रीगणेश वंदना के साथ कथा का आरंभ किया। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्म लीला प्रसंग का वर्णन कर भक्तों को भावविभोर कर दिया। आयोजन के मुख्य संयोजक विपुल चतुर्वेदी ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से मनुष्य के जीवन में सकारात्मकता, शांति और ईश्वर के प्रति भक्ति का संचार होता है। उन्होंने इस आयोजन को पूरे गांव के लिए आस्था और एकता का प्रतीक बताया। यह कथा प्रतिदिन सायं 6 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित की जाएगी। कथा के समापन अवसर पर एक भव्य भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिलाएं और युवा शामिल हुए। पूरे गांव में भक्ति, उल्लास और आध्यात्मिकता का माहौल बना रहा। इस अवसर पर देवी प्रसाद चौबे, अमन चौबे, अवधेश कुमार चतुर्वेदी, पंकज चौबे सहित कई भक्तजन उपस्थित रहे।









