मां दुर्गा मंदिर परिसर में घुसा तेंदुआ:बलरामपुर में नीलगाय के बच्चे का पीछा कर रहा था; ग्रामीणों नें दहशत

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बलरामपुर के सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के बरहवा रेंज और हरैया थाना क्षेत्र में एक तेंदुआ नीलगाय के बच्चे का पीछा करते हुए मां दुर्गा मंदिर परिसर तक पहुंच गया। घटना पहाड़ी नाला खैरहनिया के निकट हुई। नीलगाय का बच्चा बचने का प्रयास कर रहा था, लेकिन तेंदुआ उसे ग्रामीणों के सामने से उठाकर गन्ने के खेत में ले गया। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। गुड्डू मिश्रा नामक ग्रामीण ने तत्काल बरहवा रेंज के रेंजर बृजेश सिंह परमार को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही रेंजर अपनी टीम और ग्रामीणों के सहयोग से मौके पर पहुंचे। उन्होंने करीब एक घंटे तक लाउडस्पीकर से आवाज करते हुए आसपास के क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन तेंदुए का कोई निशान नहीं मिला। रेंजर परमार ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि ठंड और कोहरे का मौसम शुरू हो गया है, और गन्ने की फसल भी कटने वाली है। ग्रामीणों को खेतों में समूह में जाने, खेत में पहुंचने से पहले आग जलाकर धुआं करने और ड्रम बजाकर आवाज करने की सलाह दी गई। साथ ही, बच्चों को भी समूह में स्कूल भेजने और खेतों में झुककर काम न करने को कहा गया। ग्रामीणों ने तेंदुए द्वारा पूर्व में की गई घटनाओं का भी जिक्र किया। सहजराम, कुन्ने और नीबर जैसे स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग पांच दिन पहले नाले के किनारे झाड़ियों में एक तेंदुए ने एक आवारा मवेशी को मारकर अपना निवाला बनाया था। पिछले साल भी एक तेंदुआ गांव के सरकारी स्कूल के सेफ्टी टैंक में छिपा बैठा था, जिसने सुबह शौच के लिए जा रहे छह ग्रामीणों को नोंचकर घायल कर दिया था। राम आधार और राजेश कुमार ने बताया कि ठंड के मौसम में तेंदुआ अक्सर गांव के आसपास घूमता रहता है और कुत्तों को उठाकर ले जाता है। रेंजर बृजेश सिंह परमार ने इस संबंध में बताया कि क्षेत्र में टीम तैनात कर दी गई है। यदि तेंदुआ दोबारा दिखाई देता है, तो उसे पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जाएगा।
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