मिठौरा में गुरुवार देर शाम सोनिया बरवा के पास बारातियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। हालांकि, इस हादसे में बड़ा नुकसान होने से बच गया। बताया गया कि बस तेज रफ्तार में थी और अचानक मोड़ पर चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह दुर्घटना हुई। दुर्घटना में कई बारातियों को हल्की चोटें आईं, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं लगी। ग्रामीणों और मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया, जिससे सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां उनका उपचार किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस में लगभग 35-40 लोग सवार थे। गनीमत रही कि बस गहरे गड्ढे में गिरने के बावजूद कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। पुलिस ने क्रेन की सहायता से बस को गड्ढे से बाहर निकाला और मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने चालक से पूछताछ की है और प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार को दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मार्ग पर उचित साइनबोर्ड लगाने और गति नियंत्रण के उपाय करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
सोनिया बरवा में बारातियों से भरी बस पलटी: अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिरी, यात्री बाल-बाल बचे – Mithaura(Maharajganj) News
मिठौरा में गुरुवार देर शाम सोनिया बरवा के पास बारातियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। हालांकि, इस हादसे में बड़ा नुकसान होने से बच गया। बताया गया कि बस तेज रफ्तार में थी और अचानक मोड़ पर चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह दुर्घटना हुई। दुर्घटना में कई बारातियों को हल्की चोटें आईं, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं लगी। ग्रामीणों और मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया, जिससे सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां उनका उपचार किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस में लगभग 35-40 लोग सवार थे। गनीमत रही कि बस गहरे गड्ढे में गिरने के बावजूद कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। पुलिस ने क्रेन की सहायता से बस को गड्ढे से बाहर निकाला और मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने चालक से पूछताछ की है और प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार को दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मार्ग पर उचित साइनबोर्ड लगाने और गति नियंत्रण के उपाय करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।








































