पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी के निर्देश पर श्रावस्ती जनपद में मिशन शक्ति जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। ये कार्यक्रम विभिन्न थाना क्षेत्रों, विद्यालयों और कस्बों में शक्ति मोबाइल टीम द्वारा चलाए गए, जिनमें महिलाओं, बालिकाओं और छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इन कार्यक्रमों में प्रतिभागियों को महिला सुरक्षा से जुड़े कानूनी अधिकारों, आत्मरक्षा के व्यावहारिक प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा, घरेलू हिंसा से निपटने के उपायों और विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। महिला बीट अधिकारियों ने आत्मरक्षा के गुर सिखाए। उन्होंने बताया कि संकट की स्थिति में आसपास उपलब्ध वस्तुओं का उपयोग करके स्वयं की सुरक्षा कैसे की जा सकती है। मिशन शक्ति टीमों ने साइबर जागरूकता पर विशेष बल दिया। प्रतिभागियों को अज्ञात लिंक पर क्लिक न करने, ओटीपी या बैंक संबंधी जानकारी साझा न करने और संदिग्ध कॉल्स से सतर्क रहने की सलाह दी गई। किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत 1930 या 112 नंबर पर संपर्क करने को कहा गया। अभियान के दौरान मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, नारी शक्ति वंदन अधिनियम और रानी लक्ष्मीबाई बाल एवं महिला सम्मान कोष जैसी महिला कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। महिलाओं और बालिकाओं को बताया गया कि किसी भी प्रकार के उत्पीड़न या हिंसा की स्थिति में वे बिना झिझक 1090, 181, 112, 108, 1098 या 1076 जैसी सरकारी हेल्पलाइन सेवाओं की सहायता ले सकती हैं। विद्यालयों में आयोजित सत्रों में छात्राओं से नारी सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और लैंगिक समानता पर संवाद किया गया। छात्राओं ने मिशन शक्ति टीमों से अपने अनुभव साझा किए और सुरक्षित समाज निर्माण में सहयोग देने का संकल्प लिया। श्रावस्ती पुलिस का यह अभियान महिलाओं को सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य जनपद श्रावस्ती को “सुरक्षित नारी – समृद्ध समाज” के संकल्प की ओर अग्रसर करना है।









































