बहराइच जिले के कैसरगंज ब्लॉक मुख्यालय पर ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों ने एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सरकार के ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के आदेश के विरोध में किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन खंड विकास अधिकारी के माध्यम से उच्च अधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन में ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों ने कहा कि वे अपने मूल विभागीय दायित्वों के अतिरिक्त अन्य विभागों के कार्य भी बिना किसी संसाधन के उपलब्ध कराए कर रहे हैं, जो पूरी तरह से अव्यावहारिक है। उन्होंने 3 नवंबर 2025 के क्रम में विभिन्न जनपदों में सचिव ग्राम पंचायत के रूप में कार्यरत कार्मिकों की ऑनलाइन उपस्थिति अंकित करने के आदेशों को अनुचित बताया। उनका तर्क है कि ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव ग्राम पंचायत कार्यालय के अध्यक्ष के रूप में कार्य करता है, ठीक वैसे ही जैसे क्षेत्र पंचायत कार्यालय अध्यक्ष या जिला स्तर पर अन्य अधिकारी अपने कार्यालयों में करते हैं। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि जिला स्तर अथवा क्षेत्र पंचायत स्तर पर किसी भी कार्यालय में कार्यालय अध्यक्ष की उपस्थिति अंकित करने का कोई प्रावधान प्रचलन में नहीं है। इसलिए, उन्होंने समस्त सरकारी कर्मचारियों पर एक समान उपस्थिति व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग की। ग्राम पंचायत अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया, तो वे कई चरणों में विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर ग्राम विकास ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति कैसरगंज के अध्यक्ष कृष्ण मोहन त्रिपाठी, ग्राम पंचायत सचिव हनुमत सिंह, गुलाबचंद, राजेश्वर प्रसाद, राकेश कुमार वर्मा, सौजन्य मिश्रा, योगेश कुमार, पंकज मौर्या, रामप्रवेश, उत्कर्ष श्रीवास्तव, आशीष सोनकर, किशन श्रीवास्तव और आशीष कुमार सहित कई ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी मौजूद रहे।
कैसरगंज में ग्राम पंचायत अधिकारियों का धरना: ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन – Kaisarganj News
बहराइच जिले के कैसरगंज ब्लॉक मुख्यालय पर ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों ने एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सरकार के ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के आदेश के विरोध में किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन खंड विकास अधिकारी के माध्यम से उच्च अधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन में ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों ने कहा कि वे अपने मूल विभागीय दायित्वों के अतिरिक्त अन्य विभागों के कार्य भी बिना किसी संसाधन के उपलब्ध कराए कर रहे हैं, जो पूरी तरह से अव्यावहारिक है। उन्होंने 3 नवंबर 2025 के क्रम में विभिन्न जनपदों में सचिव ग्राम पंचायत के रूप में कार्यरत कार्मिकों की ऑनलाइन उपस्थिति अंकित करने के आदेशों को अनुचित बताया। उनका तर्क है कि ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव ग्राम पंचायत कार्यालय के अध्यक्ष के रूप में कार्य करता है, ठीक वैसे ही जैसे क्षेत्र पंचायत कार्यालय अध्यक्ष या जिला स्तर पर अन्य अधिकारी अपने कार्यालयों में करते हैं। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि जिला स्तर अथवा क्षेत्र पंचायत स्तर पर किसी भी कार्यालय में कार्यालय अध्यक्ष की उपस्थिति अंकित करने का कोई प्रावधान प्रचलन में नहीं है। इसलिए, उन्होंने समस्त सरकारी कर्मचारियों पर एक समान उपस्थिति व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग की। ग्राम पंचायत अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया, तो वे कई चरणों में विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर ग्राम विकास ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति कैसरगंज के अध्यक्ष कृष्ण मोहन त्रिपाठी, ग्राम पंचायत सचिव हनुमत सिंह, गुलाबचंद, राजेश्वर प्रसाद, राकेश कुमार वर्मा, सौजन्य मिश्रा, योगेश कुमार, पंकज मौर्या, रामप्रवेश, उत्कर्ष श्रीवास्तव, आशीष सोनकर, किशन श्रीवास्तव और आशीष कुमार सहित कई ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी मौजूद रहे।









































