डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के बेंवा सीएचसी पर नौ करोड़ रुपये की लागत से जनपदीय ड्रग वेयरहाउस का निर्माण पूरा हो गया है। यहां से जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में दवाओं की आपूर्ति भी शुरू कर दी गई है। हालांकि, वेयरहाउस तक पहुंचने वाली सड़क की हालत बेहद जर्जर है, जिससे आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। यह ड्रग वेयरहाउस स्वास्थ्य सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अब पूरे जिले में दवाओं की केंद्रीयकृत आपूर्ति यहीं से की जाएगी। इसके निर्माण पर नौ करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, और इसका उद्देश्य दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। वेयरहाउस को जोड़ने वाली लगभग 70 मीटर लंबी सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और गिट्टियां उखड़ गई हैं। इस खस्ताहाल सड़क के कारण दवा आपूर्ति वाहनों के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीणों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में सड़क पर पानी भर जाता है, जिससे स्थिति और भी खराब हो जाती है। यह मार्ग बेंवा हुसैन, यूसुफ जोत और तुरकौलिया सहित तीन गांवों के लोगों के लिए मुख्य रास्ता है। जर्जर सड़क के कारण इन गांवों के निवासियों का दैनिक आवागमन भी प्रभावित हो रहा है। स्थानीय ग्रामीणों, जिनमें सूफियान, असलम, शिव कुमार, राधे श्याम, अब्दुल्लाह, अरशद, राम नरेश और सलमान शामिल हैं, ने प्रशासन से तत्काल सड़क की मरम्मत की मांग की है। उनका कहना है कि करोड़ों की लागत से बने वेयरहाउस का पूरा लाभ तभी मिल पाएगा जब उसे जोड़ने वाली सड़क भी दुरुस्त हो।
बेवा सीएचसी के पास 70 मीटर सड़क जर्जर:मरम्मत की मांग, दवा सप्लाई शुरू; 9 करोड़ का ड्रग वेयरहाउस तैयार
डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के बेंवा सीएचसी पर नौ करोड़ रुपये की लागत से जनपदीय ड्रग वेयरहाउस का निर्माण पूरा हो गया है। यहां से जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में दवाओं की आपूर्ति भी शुरू कर दी गई है। हालांकि, वेयरहाउस तक पहुंचने वाली सड़क की हालत बेहद जर्जर है, जिससे आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। यह ड्रग वेयरहाउस स्वास्थ्य सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अब पूरे जिले में दवाओं की केंद्रीयकृत आपूर्ति यहीं से की जाएगी। इसके निर्माण पर नौ करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, और इसका उद्देश्य दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। वेयरहाउस को जोड़ने वाली लगभग 70 मीटर लंबी सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और गिट्टियां उखड़ गई हैं। इस खस्ताहाल सड़क के कारण दवा आपूर्ति वाहनों के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीणों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में सड़क पर पानी भर जाता है, जिससे स्थिति और भी खराब हो जाती है। यह मार्ग बेंवा हुसैन, यूसुफ जोत और तुरकौलिया सहित तीन गांवों के लोगों के लिए मुख्य रास्ता है। जर्जर सड़क के कारण इन गांवों के निवासियों का दैनिक आवागमन भी प्रभावित हो रहा है। स्थानीय ग्रामीणों, जिनमें सूफियान, असलम, शिव कुमार, राधे श्याम, अब्दुल्लाह, अरशद, राम नरेश और सलमान शामिल हैं, ने प्रशासन से तत्काल सड़क की मरम्मत की मांग की है। उनका कहना है कि करोड़ों की लागत से बने वेयरहाउस का पूरा लाभ तभी मिल पाएगा जब उसे जोड़ने वाली सड़क भी दुरुस्त हो।









































