भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के होलिया गांव में राप्ती नदी के तट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर एक सप्ताह का होलिया मेला शुरू हो गया है। इस मेले में डांस पार्टियां और ‘मौत का कुआं’ मुख्य आकर्षण बने हुए हैं, जिन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में बच्चे और बुजुर्ग पहुंच रहे हैं। मेले में विभिन्न प्रकार के झूले और मनोरंजन के अन्य साधन भी उपलब्ध हैं। ‘मौत का कुआं’ और डांस पार्टियां विशेष रूप से मेलार्थियों को आकर्षित कर रही हैं। यह मेला मिर्जापुर तिलक, नानपारा, बहराइच और नवाबगंज जैसे क्षेत्रों से आने वाले लोगों के लिए एक प्रमुख आयोजन है। होलिया गांव के पास राप्ती नदी के तट पर इस मेले का आयोजन एक सदी से भी अधिक समय से होता आ रहा है। यह क्षेत्र भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है, जिससे दोनों देशों के लोग इसमें शामिल होते हैं। मेले में खरीदारी के लिए विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की दुकानें भी लगाई गई हैं। मेलार्थियों में रामप्रकाश यादव, विक्रम, मनोज कुमार और राम नयन ने बताया कि मेले में बड़ी संख्या में नेपाली पर्यटक भी आते हैं, जिससे यहां एक सप्ताह तक काफी रौनक रहती है।
बहराइच में होलिया मेला शुरू: डांस पार्टियां और मौत का कुआं मुख्य आकर्षण – Mirjapur Tilak(Nanpara) News
भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के होलिया गांव में राप्ती नदी के तट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर एक सप्ताह का होलिया मेला शुरू हो गया है। इस मेले में डांस पार्टियां और ‘मौत का कुआं’ मुख्य आकर्षण बने हुए हैं, जिन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में बच्चे और बुजुर्ग पहुंच रहे हैं। मेले में विभिन्न प्रकार के झूले और मनोरंजन के अन्य साधन भी उपलब्ध हैं। ‘मौत का कुआं’ और डांस पार्टियां विशेष रूप से मेलार्थियों को आकर्षित कर रही हैं। यह मेला मिर्जापुर तिलक, नानपारा, बहराइच और नवाबगंज जैसे क्षेत्रों से आने वाले लोगों के लिए एक प्रमुख आयोजन है। होलिया गांव के पास राप्ती नदी के तट पर इस मेले का आयोजन एक सदी से भी अधिक समय से होता आ रहा है। यह क्षेत्र भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है, जिससे दोनों देशों के लोग इसमें शामिल होते हैं। मेले में खरीदारी के लिए विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की दुकानें भी लगाई गई हैं। मेलार्थियों में रामप्रकाश यादव, विक्रम, मनोज कुमार और राम नयन ने बताया कि मेले में बड़ी संख्या में नेपाली पर्यटक भी आते हैं, जिससे यहां एक सप्ताह तक काफी रौनक रहती है।








