बढ़नी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बढ़नी के चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन. पी. सिंह ने बदलते मौसम को देखते हुए स्थानीय लोगों, विशेषकर वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को सावधानी बरतने की अपील की है। डॉ. सिंह ने बताया कि मौसम में अचानक हो रहे परिवर्तन के कारण वायरल बुखार, खांसी-जुकाम, श्वसन संबंधी समस्याएँ और त्वचा संबंधी संक्रमण बढ़ने की आशंका रहती है। ऐसे में सभी को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि वृद्धों और छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए उन्हें ठंड और नमी से बचाना बेहद ज़रूरी है। चिकित्सा अधिकारी ने सलाह दी कि ठंड के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए हल्के लेकिन पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें। सुबह-शाम ठंडी हवा के सीधे संपर्क में आने से बचें, खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग। इसके अतिरिक्त, घर के अंदर स्वच्छता बनाए रखने और दुग्ध व पौष्टिक आहार का सेवन बढ़ाने पर जोर दिया गया। उन्होंने लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन न करने की हिदायत दी। डॉ. सिंह ने कहा कि बुखार, सांस लेने में कठिनाई या लगातार खांसी होने पर तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। उन्होंने यह भी बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी आवश्यक दवाएँ और जाँच सुविधाएँ उपलब्ध हैं। लोगों से आग्रह किया गया कि वे किसी भी स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज न करें और समय पर उपचार लें।
बढ़नी में बदलते मौसम में सावधानी बरतने की अपील:चिकित्सा अधिकारी ने वृद्धों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दी सलाह
बढ़नी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बढ़नी के चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन. पी. सिंह ने बदलते मौसम को देखते हुए स्थानीय लोगों, विशेषकर वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को सावधानी बरतने की अपील की है। डॉ. सिंह ने बताया कि मौसम में अचानक हो रहे परिवर्तन के कारण वायरल बुखार, खांसी-जुकाम, श्वसन संबंधी समस्याएँ और त्वचा संबंधी संक्रमण बढ़ने की आशंका रहती है। ऐसे में सभी को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि वृद्धों और छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए उन्हें ठंड और नमी से बचाना बेहद ज़रूरी है। चिकित्सा अधिकारी ने सलाह दी कि ठंड के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए हल्के लेकिन पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें। सुबह-शाम ठंडी हवा के सीधे संपर्क में आने से बचें, खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग। इसके अतिरिक्त, घर के अंदर स्वच्छता बनाए रखने और दुग्ध व पौष्टिक आहार का सेवन बढ़ाने पर जोर दिया गया। उन्होंने लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन न करने की हिदायत दी। डॉ. सिंह ने कहा कि बुखार, सांस लेने में कठिनाई या लगातार खांसी होने पर तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। उन्होंने यह भी बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी आवश्यक दवाएँ और जाँच सुविधाएँ उपलब्ध हैं। लोगों से आग्रह किया गया कि वे किसी भी स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज न करें और समय पर उपचार लें।









































