डुमरियागंज विकास खंड के महुआरा को बेवा-भारतभारी मार्ग से जोड़ने वाला लगभग दो किलोमीटर लंबा रास्ता खस्ताहाल है। यह मार्ग बगडीहवा होते हुए महुआरा तक पहुंचता है और आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोगों के लिए आवागमन का मुख्य साधन है। वर्तमान में इस सड़क की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और सड़क से गिट्टियां गायब हो चुकी हैं। इससे राहगीरों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया गया था। हालांकि, निर्माण के बाद से विभाग ने इस पर दोबारा ध्यान नहीं दिया है, जिसके कारण यह पक्की सड़क अब कच्ची सड़क में तब्दील हो गई है। क्षेत्र के राम सवारे, मुकेश, नसीम, कृष्णा वर्मा, इश्तियाक, रमेश, मुनव्वर हुसैन और नरेश कुमार सहित कई ग्रामीणों ने सड़क की तत्काल मरम्मत की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों द्वारा वादे किए जाते हैं, लेकिन बाद में सड़क की दुर्दशा पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता।
महुआरा को बेवा-भारतभारी मार्ग से जोड़ने वाला रास्ता खस्ताहाल:डुमरियागंज में ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी, मरम्मत की मांग
डुमरियागंज विकास खंड के महुआरा को बेवा-भारतभारी मार्ग से जोड़ने वाला लगभग दो किलोमीटर लंबा रास्ता खस्ताहाल है। यह मार्ग बगडीहवा होते हुए महुआरा तक पहुंचता है और आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोगों के लिए आवागमन का मुख्य साधन है। वर्तमान में इस सड़क की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और सड़क से गिट्टियां गायब हो चुकी हैं। इससे राहगीरों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया गया था। हालांकि, निर्माण के बाद से विभाग ने इस पर दोबारा ध्यान नहीं दिया है, जिसके कारण यह पक्की सड़क अब कच्ची सड़क में तब्दील हो गई है। क्षेत्र के राम सवारे, मुकेश, नसीम, कृष्णा वर्मा, इश्तियाक, रमेश, मुनव्वर हुसैन और नरेश कुमार सहित कई ग्रामीणों ने सड़क की तत्काल मरम्मत की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों द्वारा वादे किए जाते हैं, लेकिन बाद में सड़क की दुर्दशा पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता।









































