महराजगंज। आनंदनगर से घुघुली को जोड़ने वाली 53 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन परियोजना के तहत रोहिण नदी पर बन रहे प्रमुख रेलवे पुल (ब्रिज नंबर 50) का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। यह पुल परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे की इस विशेष परियोजना में 52.7 किलोमीटर लंबी डबल लाइन बिछाई जाएगी। यह रेल लाइन महराजगंज जिले के 53 गांवों से होकर गुजरेगी। इस पूरे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 958.27 करोड़ रुपये है, जिसमें फाउंडेशन और सब-स्ट्रक्चर के लिए 54.74 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में घुघुली से महराजगंज तक 25 किलोमीटर और द्वितीय चरण में महराजगंज से आनंदनगर तक 27 किलोमीटर लाइन बिछाने का लक्ष्य है। अधिकारियों के अनुसार, विद्युतीकरण सहित पूरा प्रोजेक्ट 2027 तक चालू हो जाएगा। रोहिण नदी पर बन रहा यह पुल 7 स्पैन (प्रत्येक 61 मीटर) का है और इसे डबल डी-टाइप वेल फाउंडेशन पर 25 टन लोडिंग स्टैंडर्ड के लिए डिजाइन किया गया है। चेहरी गांव के टोला बारातगाढ़ा के पास स्थित यह पुल फरेंदा रोड से लगभग साढ़े तीन किलोमीटर दूर बन रहा है। यह परियोजना के कुल 67 पुलों में सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें 9 बड़े और 14 छोटे पुल शामिल हैं। इस नई रेल लाइन से गोंडा से पनियहवा की दूरी 307 किलोमीटर से घटकर 265 किलोमीटर रह जाएगी, जिससे यात्रा समय में 42 किलोमीटर की कमी आएगी। इससे महराजगंज जिला मुख्यालय को रेल कनेक्टिविटी मिलेगी और गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। परियोजना के तहत सात नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें आनंदनगर, परीशा बुजुर्ग, पकड़ी नैनिया, महराजगंज, शिकारपुर, पिपरा मुंडरी और घुघुली शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, एक रोड ओवर ब्रिज और 32 अंडरपास का निर्माण भी किया जाएगा। निर्माण से पहले 230 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। सिविल कार्य पर 875 करोड़ रुपये, सिग्नल-टेलीकॉम पर 18 करोड़ रुपये और इलेक्ट्रिकल कार्यों पर 64 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बरसात के बावजूद निर्माण कार्य प्रभावित नहीं हो रहा है। यह परियोजना प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
रोहिण नदी पर रेलवे पुल निर्माण तेज: आनंदनगर-घुघुली नई रेल लाइन परियोजना को मिलेगी गति – Pharenda News
महराजगंज। आनंदनगर से घुघुली को जोड़ने वाली 53 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन परियोजना के तहत रोहिण नदी पर बन रहे प्रमुख रेलवे पुल (ब्रिज नंबर 50) का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। यह पुल परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे की इस विशेष परियोजना में 52.7 किलोमीटर लंबी डबल लाइन बिछाई जाएगी। यह रेल लाइन महराजगंज जिले के 53 गांवों से होकर गुजरेगी। इस पूरे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 958.27 करोड़ रुपये है, जिसमें फाउंडेशन और सब-स्ट्रक्चर के लिए 54.74 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में घुघुली से महराजगंज तक 25 किलोमीटर और द्वितीय चरण में महराजगंज से आनंदनगर तक 27 किलोमीटर लाइन बिछाने का लक्ष्य है। अधिकारियों के अनुसार, विद्युतीकरण सहित पूरा प्रोजेक्ट 2027 तक चालू हो जाएगा। रोहिण नदी पर बन रहा यह पुल 7 स्पैन (प्रत्येक 61 मीटर) का है और इसे डबल डी-टाइप वेल फाउंडेशन पर 25 टन लोडिंग स्टैंडर्ड के लिए डिजाइन किया गया है। चेहरी गांव के टोला बारातगाढ़ा के पास स्थित यह पुल फरेंदा रोड से लगभग साढ़े तीन किलोमीटर दूर बन रहा है। यह परियोजना के कुल 67 पुलों में सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें 9 बड़े और 14 छोटे पुल शामिल हैं। इस नई रेल लाइन से गोंडा से पनियहवा की दूरी 307 किलोमीटर से घटकर 265 किलोमीटर रह जाएगी, जिससे यात्रा समय में 42 किलोमीटर की कमी आएगी। इससे महराजगंज जिला मुख्यालय को रेल कनेक्टिविटी मिलेगी और गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। परियोजना के तहत सात नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें आनंदनगर, परीशा बुजुर्ग, पकड़ी नैनिया, महराजगंज, शिकारपुर, पिपरा मुंडरी और घुघुली शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, एक रोड ओवर ब्रिज और 32 अंडरपास का निर्माण भी किया जाएगा। निर्माण से पहले 230 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। सिविल कार्य पर 875 करोड़ रुपये, सिग्नल-टेलीकॉम पर 18 करोड़ रुपये और इलेक्ट्रिकल कार्यों पर 64 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बरसात के बावजूद निर्माण कार्य प्रभावित नहीं हो रहा है। यह परियोजना प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।









































