श्रीदत्तगंज(बलरामपुर)। विकास खंड श्रीदत्तगंज के ग्राम पिपरी कोलुही स्थित आंगनवाड़ी केंद्र पर आयोजित ग्राम स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता दिवस (VHND) कार्यक्रम का मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने टीकाकरण सत्र की व्यवस्थाओं, लाभार्थियों की उपस्थिति तथा स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता का विस्तृत जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान एएनएम वंदना देवी द्वारा कुल 09 गर्भवती महिलाओं तथा 18 बच्चों का टीकाकरण किया गया। सीएमओ ने टीकाकरण की प्रक्रियाओं, वैक्सीन की कोल्ड चेन, अभिलेखों के रख रखाव और लाभार्थियों को दी जा रही परामर्श सेवाओं की भी समीक्षा की। कार्यक्रम के दौरान जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा, अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीदत्तगंज डॉ. आनंद त्रिपाठी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह, तथा आशा सरोजनी देवी उपस्थित रहीं। सीएमओ डॉ. रस्तोगी ने कहा कि “गर्भवती महिलाओं और बच्चों का समय पर टीकाकरण मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने का सबसे प्रभावी माध्यम है। स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं सुनिश्चित कराने के लिए लगातार निगरानी कर रहा है।”
सीएमओ ने ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस का निरीक्षण किया:पिपरी कोलुही आंगनवाड़ी केंद्र पर व्यवस्थाएं परखीं
श्रीदत्तगंज(बलरामपुर)। विकास खंड श्रीदत्तगंज के ग्राम पिपरी कोलुही स्थित आंगनवाड़ी केंद्र पर आयोजित ग्राम स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता दिवस (VHND) कार्यक्रम का मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने टीकाकरण सत्र की व्यवस्थाओं, लाभार्थियों की उपस्थिति तथा स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता का विस्तृत जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान एएनएम वंदना देवी द्वारा कुल 09 गर्भवती महिलाओं तथा 18 बच्चों का टीकाकरण किया गया। सीएमओ ने टीकाकरण की प्रक्रियाओं, वैक्सीन की कोल्ड चेन, अभिलेखों के रख रखाव और लाभार्थियों को दी जा रही परामर्श सेवाओं की भी समीक्षा की। कार्यक्रम के दौरान जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा, अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीदत्तगंज डॉ. आनंद त्रिपाठी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह, तथा आशा सरोजनी देवी उपस्थित रहीं। सीएमओ डॉ. रस्तोगी ने कहा कि “गर्भवती महिलाओं और बच्चों का समय पर टीकाकरण मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने का सबसे प्रभावी माध्यम है। स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं सुनिश्चित कराने के लिए लगातार निगरानी कर रहा है।”









































