बहराइच के विशेश्वरगंज क्षेत्र में भारी बरसात के कई हफ्ते बीत जाने के बाद भी किसानों की फसलों का निरीक्षण नहीं हो पाया है। खेतों में जलभराव के कारण धान, अरहर और मक्का जैसी फसलें सड़ने लगी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार बारिश ने उनकी सालभर की मेहनत बर्बाद कर दी है। खेतों में पानी जमा रहने से खड़ी फसलें गिर गई हैं और कटी हुई फसलें गलने लगी हैं। इससे अगली बुवाई पर भी संकट मंडरा रहा है। राम सरन, राम गोपाल और बासुदेव जैसे किसानों ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना केवल कागजों तक सीमित रह गई है। आवेदन करने के बावजूद उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है। किसानों का आरोप है कि न तो किसी राजस्व अधिकारी ने मौके का दौरा किया है और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने उनकी सुध ली है। ग्रामवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि गांव-गांव में तत्काल सर्वे कराकर फसलों के नुकसान का आकलन किया जाए। उन्होंने प्रभावित किसानों को जल्द मुआवजा देने की अपील की है, ताकि वे अगली फसल की तैयारी कर सकें। इस संबंध में तहसीलदार पयागपुर ने बताया कि किसानों की समस्या पर प्रशासन गंभीर है। क्षेत्र के कई गांवों में नुकसान का आकलन करने के लिए टीमें भेजी जा रही हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि रिपोर्ट तैयार होते ही संबंधित किसानों को सरकारी नियमानुसार मुआवजा और फसल बीमा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। तहसीलदार ने यह भी कहा कि किसी भी पात्र किसान को सहायता से वंचित नहीं रखा जाएगा।
बहराइच में जलभराव से फसलें सड़ीं: हफ्तों बाद भी निरीक्षण नहीं, किसान मुआवजे का इंतजार – Puraina(Payagpur) News
बहराइच के विशेश्वरगंज क्षेत्र में भारी बरसात के कई हफ्ते बीत जाने के बाद भी किसानों की फसलों का निरीक्षण नहीं हो पाया है। खेतों में जलभराव के कारण धान, अरहर और मक्का जैसी फसलें सड़ने लगी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार बारिश ने उनकी सालभर की मेहनत बर्बाद कर दी है। खेतों में पानी जमा रहने से खड़ी फसलें गिर गई हैं और कटी हुई फसलें गलने लगी हैं। इससे अगली बुवाई पर भी संकट मंडरा रहा है। राम सरन, राम गोपाल और बासुदेव जैसे किसानों ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना केवल कागजों तक सीमित रह गई है। आवेदन करने के बावजूद उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है। किसानों का आरोप है कि न तो किसी राजस्व अधिकारी ने मौके का दौरा किया है और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने उनकी सुध ली है। ग्रामवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि गांव-गांव में तत्काल सर्वे कराकर फसलों के नुकसान का आकलन किया जाए। उन्होंने प्रभावित किसानों को जल्द मुआवजा देने की अपील की है, ताकि वे अगली फसल की तैयारी कर सकें। इस संबंध में तहसीलदार पयागपुर ने बताया कि किसानों की समस्या पर प्रशासन गंभीर है। क्षेत्र के कई गांवों में नुकसान का आकलन करने के लिए टीमें भेजी जा रही हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि रिपोर्ट तैयार होते ही संबंधित किसानों को सरकारी नियमानुसार मुआवजा और फसल बीमा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। तहसीलदार ने यह भी कहा कि किसी भी पात्र किसान को सहायता से वंचित नहीं रखा जाएगा।








