श्रावस्ती में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 45 जोड़ों का विवाह कलेक्ट्रेट स्थित तथागत हॉल में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत, विधायक, मुख्य विकास अधिकारी और अपर जिलाधिकारी ने वर-वधू को प्रमाण पत्र व उपहार भेंट कर आशीर्वाद प्रदान किया। यह योजना सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं तथा रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह की व्यवस्था सुनिश्चित करती है। इसका उद्देश्य समाज में सर्वधर्म-समभाव और सामाजिक समरसता के साथ वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराना है। अध्यक्ष जिला पंचायत ने बताया कि यह योजना उन गरीब और असहाय व्यक्तियों के लिए है जो आर्थिक बाधाओं के कारण अपनी बेटियों का विवाह करने में सक्षम नहीं हैं। सरकार स्वयं के खर्च से पात्र गरीब व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी करा रही है, जिससे उनके माता-पिता पर बोझ न पड़े। विधायक ने कहा कि अब गरीबों को अपनी बेटी की शादी के लिए चिंतित नहीं होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इसकी जिम्मेदारी नोडल विभाग, समाज कल्याण विभाग को सौंपी गई है, जिसके माध्यम से पात्रों का चयन कर लाभार्थियों को लाभ दिलाया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी ने वर-वधू को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। यह योजना उन गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है, जिन्हें निर्धनता के कारण बेटियों का विवाह करने में कठिनाई होती थी। इस योजना के तहत लाभार्थी जोड़ों को कुल एक लाख रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है। इसमें से 60 हजार रुपए उनके खाते में सीधे हस्तांतरित किए जाते हैं, जबकि 25 हजार रुपए के उपहार और 15 हजार रुपए भोजन, टेंट आदि पर व्यय होते हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के तहत आज कुल 45 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। इनमें विकास खंड इकौना से 14 जोड़े, गिलौला से 05, हरिहरपुररानी से 02, जमुनहा से 04 और सिरसिया से 16 जोड़े शामिल थे। इसके अतिरिक्त, नगर पालिका भिनगा से 03 और नगर पंचायत इकौना से 01 जोड़े का विवाह भी संपन्न हुआ। वर्गवार आंकड़ों के अनुसार, इसमें अल्पसंख्यक वर्ग के 09, अन्य पिछड़ा वर्ग के 11, अनुसूचित जाति के 12, अनुसूचित जनजाति के 08 और सामान्य वर्ग के 05 जोड़े सम्मिलित थे।









































