बहराइच के कैसरगंज क्षेत्र में शनिवार रात लगभग 12:30 बजे घर के अंदर सो रहे चार महीने के मासूम को एक भेड़िया उठा ले गया। बच्चा अपनी मां के साथ सो रहा था, तभी अचानक यह हादसा हो गया। यह मामला गोड़हिया नंबर 3 मल्लाहन पुरवा का है। मासूम की पहचान सुभाष पुत्र संतोष के रूप में हुई है। उसकी मां का नाम किरण है। घटना की जानकारी मिलते ही बच्चे के पिता, जो लखनऊ में काम करते थे, तुरंत घर लौट आए। बताया जा रहा है कि संतोष और किरण की शादी को दो साल ही हुए थेऔर सुभाष उनका इकलौता बच्चा था। घटना के बाद से बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि परिवार और ग्रामीण रात से ही बच्चे की तलाश में जुटे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में भेड़ियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। लोगों में डर और गुस्सा दोनों है। गांव वालों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इस साल 8 मासूमों की मौत, 3 भेड़िए मारे गए इस साल बहराइच में भेड़िए अब तक 8 मासूमों की जान ले चुके हैं, जबकि 30 लोग हमले में घायल हैं। वन विभाग के मुताबिक, इलाके में कुल चार भेड़िए हमले कर रहे थे, जिनमें से तीन को मार गिराया गया। चौथे को गोली लगी थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। 27 सितंबर को सीएम योगी ने बहराइच में भेड़िए से प्रभावित क्षेत्रों को दौरा किया था। भेड़ियों के हमलों में मारे गए और घायल मासूमों के परिवारों से मुलाकात की थी। सीएम ने कहा था- अगर भेड़िया पकड़ में न आए तो उन्हें शूट कर दिया जाए। 2024 में भेड़िए के हमले में 9 बच्चे मरे थे 2024 में महसी तहसील के मक्का पुरवा, नकवा, कुलैला, हिंद सिंह, सिसैया चूड़ामणि गांव में भेड़ियों ने 9 बच्चों को मार डाला था। 25 से ज्यादा घायल हो गए थे। वन विभाग ने महीनों अभियान चलाकर भेड़ियों को पकड़ा था।
4 महीने के बच्चे को उठा ले गया भेड़िया: बहराइच में मां के साथ सो रहा था मासूम, तलाश जारी – Kaisarganj News
बहराइच के कैसरगंज क्षेत्र में शनिवार रात लगभग 12:30 बजे घर के अंदर सो रहे चार महीने के मासूम को एक भेड़िया उठा ले गया। बच्चा अपनी मां के साथ सो रहा था, तभी अचानक यह हादसा हो गया। यह मामला गोड़हिया नंबर 3 मल्लाहन पुरवा का है। मासूम की पहचान सुभाष पुत्र संतोष के रूप में हुई है। उसकी मां का नाम किरण है। घटना की जानकारी मिलते ही बच्चे के पिता, जो लखनऊ में काम करते थे, तुरंत घर लौट आए। बताया जा रहा है कि संतोष और किरण की शादी को दो साल ही हुए थेऔर सुभाष उनका इकलौता बच्चा था। घटना के बाद से बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि परिवार और ग्रामीण रात से ही बच्चे की तलाश में जुटे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में भेड़ियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। लोगों में डर और गुस्सा दोनों है। गांव वालों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इस साल 8 मासूमों की मौत, 3 भेड़िए मारे गए इस साल बहराइच में भेड़िए अब तक 8 मासूमों की जान ले चुके हैं, जबकि 30 लोग हमले में घायल हैं। वन विभाग के मुताबिक, इलाके में कुल चार भेड़िए हमले कर रहे थे, जिनमें से तीन को मार गिराया गया। चौथे को गोली लगी थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। 27 सितंबर को सीएम योगी ने बहराइच में भेड़िए से प्रभावित क्षेत्रों को दौरा किया था। भेड़ियों के हमलों में मारे गए और घायल मासूमों के परिवारों से मुलाकात की थी। सीएम ने कहा था- अगर भेड़िया पकड़ में न आए तो उन्हें शूट कर दिया जाए। 2024 में भेड़िए के हमले में 9 बच्चे मरे थे 2024 में महसी तहसील के मक्का पुरवा, नकवा, कुलैला, हिंद सिंह, सिसैया चूड़ामणि गांव में भेड़ियों ने 9 बच्चों को मार डाला था। 25 से ज्यादा घायल हो गए थे। वन विभाग ने महीनों अभियान चलाकर भेड़ियों को पकड़ा था।









































