विकासखंड बांसी के सुभौली ग्राम पंचायत में मूलभूत सुविधाओं की कमी और विकास कार्यों में अनियमितताओं का अंबार है। यहां सड़कें और नालियां या तो खराब हैं या उनकी आवश्यकता है। ग्राम पंचायत में कई स्थानों पर सड़कों की आवश्यकता है, जबकि कुछ बनी हुई सड़कें भी उबड़-खाबड़ हैं। नालियों की स्थिति भी खराब है; कुछ जाम पड़ी हैं, तो कई स्थानों पर नालियों का अभाव है। यह ग्राम पंचायत नदी के किनारे स्थित है, जिससे बरसात में बाढ़ की समस्या बनी रहती है। सामुदायिक शौचालय, अन्नपूर्णा भवन और ओपन जिम जैसे निर्माण कार्य सिवान में ऐसी जगह बनाए गए हैं, जहां बरसात में पानी भर जाने के कारण लोगों का पहुंचना मुश्किल हो जाता है। इसी स्थान पर पंचायत भवन भी निर्माणाधीन है, जो अभी अधूरा है। इसमें दरवाजे, खिड़कियां और पेंटिंग का काम बाकी है। पास ही जल जीवन मिशन के तहत पानी का प्लांट भी निर्माणाधीन है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा भारी राशि खर्च करने के बावजूद जनता को इन विकास कार्यों का उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। सुभौली में सड़क किनारे बनी एक पुलिया का भी कोई उपयोग नहीं है। गांव में खडंजा (ईंटों का रास्ता) इस तरह बनाया गया है कि दोनों छोर ढालू हैं और बीच में ऊंचा, जिससे साइकिल चालकों का संतुलन बिगड़ जाता है और गिरने का खतरा बना रहता है। खडंजे में कई जगह ईंटें टूट चुकी हैं। ग्राम प्रधान जाकिर हुसैन ने बताया कि अपने एक वर्ष के कार्यकाल में उन्होंने ओपन जिम, कचरा घर, अन्नपूर्णा भवन, इंटरलॉकिंग और 150 मीटर नाली का निर्माण कराया है। उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधान की मृत्यु के बाद हुए चुनाव में जनता ने उन्हें वोटिंग के जरिए प्रधान चुना था। प्रधान जाकिर हुसैन के अनुसार, उन्होंने पूरे मेहनत, ईमानदारी और लगन से ग्राम के विकास के लिए काम किया है और अभी भी गांव की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयासरत हैं। कुछ महीनों बाद फिर से चुनाव होने वाले हैं।
सुभौली में शौचालय खराब:सड़कें, नालियां खराब; अधूरे पड़े हैं कई विकास कार्य
विकासखंड बांसी के सुभौली ग्राम पंचायत में मूलभूत सुविधाओं की कमी और विकास कार्यों में अनियमितताओं का अंबार है। यहां सड़कें और नालियां या तो खराब हैं या उनकी आवश्यकता है। ग्राम पंचायत में कई स्थानों पर सड़कों की आवश्यकता है, जबकि कुछ बनी हुई सड़कें भी उबड़-खाबड़ हैं। नालियों की स्थिति भी खराब है; कुछ जाम पड़ी हैं, तो कई स्थानों पर नालियों का अभाव है। यह ग्राम पंचायत नदी के किनारे स्थित है, जिससे बरसात में बाढ़ की समस्या बनी रहती है। सामुदायिक शौचालय, अन्नपूर्णा भवन और ओपन जिम जैसे निर्माण कार्य सिवान में ऐसी जगह बनाए गए हैं, जहां बरसात में पानी भर जाने के कारण लोगों का पहुंचना मुश्किल हो जाता है। इसी स्थान पर पंचायत भवन भी निर्माणाधीन है, जो अभी अधूरा है। इसमें दरवाजे, खिड़कियां और पेंटिंग का काम बाकी है। पास ही जल जीवन मिशन के तहत पानी का प्लांट भी निर्माणाधीन है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा भारी राशि खर्च करने के बावजूद जनता को इन विकास कार्यों का उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। सुभौली में सड़क किनारे बनी एक पुलिया का भी कोई उपयोग नहीं है। गांव में खडंजा (ईंटों का रास्ता) इस तरह बनाया गया है कि दोनों छोर ढालू हैं और बीच में ऊंचा, जिससे साइकिल चालकों का संतुलन बिगड़ जाता है और गिरने का खतरा बना रहता है। खडंजे में कई जगह ईंटें टूट चुकी हैं। ग्राम प्रधान जाकिर हुसैन ने बताया कि अपने एक वर्ष के कार्यकाल में उन्होंने ओपन जिम, कचरा घर, अन्नपूर्णा भवन, इंटरलॉकिंग और 150 मीटर नाली का निर्माण कराया है। उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधान की मृत्यु के बाद हुए चुनाव में जनता ने उन्हें वोटिंग के जरिए प्रधान चुना था। प्रधान जाकिर हुसैन के अनुसार, उन्होंने पूरे मेहनत, ईमानदारी और लगन से ग्राम के विकास के लिए काम किया है और अभी भी गांव की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयासरत हैं। कुछ महीनों बाद फिर से चुनाव होने वाले हैं।









































