सादुल्ला नगर/बलरामपुर। क्षेत्र में सहफसली खेती (इंटरक्रॉपिंग) किसानों के लिए कम लागत में अधिक उपज और बेहतर मुनाफे का साधन बन रही है। मनकापुर चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक अमित कुमार वर्मा ने बताया कि कंछन अशरफपुर के किसान मुल्कराज वर्मा और नौवाकोल के किसान रफीउद्दीन ने गन्ने के साथ सरसों और मटर की सहफसली बुवाई कर अन्य किसानों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। गन्ना प्रबंधक अमित कुमार वर्मा ने क्षेत्र के कई किसानों, जिनमें जगदम्बा, तुलसीराम, जगराम, रामचंदर, कनिकराम, सहजराम, रामचेत, कन्हैयालाल और रामफेर शामिल हैं, को खेतों पर ले जाकर सहफसली खेती के फायदे बताए। उन्होंने किसानों को व्यवहारिक रूप से इस पद्धति का प्रदर्शन कर जागरूक किया। वर्मा ने बताया कि गन्ने के साथ सरसों और मटर जैसी फसलें लगाने से भूमि का बेहतर उपयोग होता है। इससे खाद और पानी की बचत होती है, साथ ही किसानों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, सहफसली पद्धति अपनाने से फसल का जोखिम कम होता है और खेत की उर्वरता भी बनी रहती है। मिल प्रबंधन ने भविष्य में भी किसानों को ऐसी आधुनिक और लाभकारी कृषि तकनीकों से जोड़ने का आश्वासन दिया है।
सहफसली खेती से किसानों को फायदा:बलरामपुर में कम लागत में अतिरिक्त आमदनी का मजबूत जरिया
सादुल्ला नगर/बलरामपुर। क्षेत्र में सहफसली खेती (इंटरक्रॉपिंग) किसानों के लिए कम लागत में अधिक उपज और बेहतर मुनाफे का साधन बन रही है। मनकापुर चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक अमित कुमार वर्मा ने बताया कि कंछन अशरफपुर के किसान मुल्कराज वर्मा और नौवाकोल के किसान रफीउद्दीन ने गन्ने के साथ सरसों और मटर की सहफसली बुवाई कर अन्य किसानों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। गन्ना प्रबंधक अमित कुमार वर्मा ने क्षेत्र के कई किसानों, जिनमें जगदम्बा, तुलसीराम, जगराम, रामचंदर, कनिकराम, सहजराम, रामचेत, कन्हैयालाल और रामफेर शामिल हैं, को खेतों पर ले जाकर सहफसली खेती के फायदे बताए। उन्होंने किसानों को व्यवहारिक रूप से इस पद्धति का प्रदर्शन कर जागरूक किया। वर्मा ने बताया कि गन्ने के साथ सरसों और मटर जैसी फसलें लगाने से भूमि का बेहतर उपयोग होता है। इससे खाद और पानी की बचत होती है, साथ ही किसानों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, सहफसली पद्धति अपनाने से फसल का जोखिम कम होता है और खेत की उर्वरता भी बनी रहती है। मिल प्रबंधन ने भविष्य में भी किसानों को ऐसी आधुनिक और लाभकारी कृषि तकनीकों से जोड़ने का आश्वासन दिया है।









































