इटवा में 6 पीएचसी फार्मासिस्ट के भरोसे:मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में डॉक्टरों की कमी व्यवस्था पर खड़े किए सवाल

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इटवा और खुनियांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चले इस शिविर में कुल 289 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में चिकित्सकों की कमी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई। कुल 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में से केवल चार में ही डॉक्टरों की तैनाती थी। शेष छह अस्पतालों में स्वास्थ्य मेला फार्मासिस्टों के भरोसे संचालित हुआ। मरीजों की आवश्यक जांच के बाद उन्हें संबंधित दवाएं भी उपलब्ध कराई गईं। इटवा ब्लॉक क्षेत्र के चार अस्पतालों में कुल 143 लोगों की सेहत जांची गई। इनमें झकहिया पीएचसी पर सर्वाधिक 73 रोगी पहुंचे, जिनकी जांच फार्मासिस्ट गणेश प्रसाद दुबे ने की। जिगिना पीएचसी पर डॉ. संजीव ने 25 रोगी देखे, जबकि कठेला में डॉ. विकास त्रिपाठी ने 23 मरीजों की जांच की। भदोखर पीएचसी में फार्मासिस्ट विजय सिंह द्वारा 22 रोगियों को देखा गया। इसी तरह, खुनियांव विकास खंड क्षेत्र में कुल 146 रोगी पहुंचे। बढ़या पीएचसी पर चिकित्साधिकारी डॉ. देवव्रत राव ने 33 रोगियों की जांच की। बल्लीजोत में फार्मासिस्ट प्रदीप उपाध्याय ने 23, मिठौवा में डॉ. संजय गुप्ता ने 24, धोबहा में फार्मासिस्ट आलोक कुमार गुप्ता ने 26, पचमोहनी में फार्मासिस्ट ध्रुव कुमार ने 23 और मधवापुर कला में फार्मासिस्ट परमात्मा कुमार गुप्ता ने 17 रोगियों के स्वास्थ्य की जांच की। अधीक्षक डॉ. पीएन गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में चिकित्सकों की कमी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कुछ नए डॉक्टर जल्द ही नियुक्त होंगे, जिससे आगे चलकर व्यवस्था में सुधार होगा।
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