सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ क्षेत्र में ढेबरुआ पुलिस और साइबर सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर धोखाधड़ी के शिकार हुए एक व्यक्ति को उसके गंवाए हुए ₹50,000 वापस दिलाए हैं। यह राशि रविवार को शिकायतकर्ता के बैंक खाते में वापस आ गए है। ढेबरुआ थानाध्यक्ष नरायन लाल श्रीवास्तव ने बताया कि बढ़नी बाजार के वार्ड नंबर 4 निवासी घनश्याम पुत्र देवी प्रसाद के खाते से 17 नवंबर 2025 को अचानक ₹50,000 निकाल लिए गए थे। घनश्याम ने तत्काल इसकी शिकायत ढेबरुआ थाने में दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद साइबर सेल और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने तकनीकी जांच शुरू की। टीम ने लेनदेन का विवरण जुटाया और संबंधित बैंक व तकनीकी प्लेटफॉर्म से संपर्क स्थापित कर खाते की गतिविधियों का पता लगाया। लगातार फॉलोअप और आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद पुलिस को पूरी राशि वापस दिलाने में सफलता मिली। रविवार को ₹50,000 शिकायतकर्ता घनश्याम के खाते में वापस आ गए। घनश्याम ने पुलिस टीम के प्रयासों की सराहना की। इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में थानाध्यक्ष नरायन लाल श्रीवास्तव के साथ एसआई कुंज बिहारी तिवारी, कॉन्स्टेबल मोहित कुमार पुण्डीर, कॉन्स्टेबल विनय यादव, हेड कॉन्स्टेबल अतुल चौबे और कॉन्स्टेबल विशाल तिवारी शामिल थे। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस टीम के इस कार्य की प्रशंसा की।
पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी के ₹50,000 वापस कराए:शोहरतगढ़ में साइबर सेल की कार्रवाई, तकनीकी प्लेटफॉर्म से संपर्क
सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ क्षेत्र में ढेबरुआ पुलिस और साइबर सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर धोखाधड़ी के शिकार हुए एक व्यक्ति को उसके गंवाए हुए ₹50,000 वापस दिलाए हैं। यह राशि रविवार को शिकायतकर्ता के बैंक खाते में वापस आ गए है। ढेबरुआ थानाध्यक्ष नरायन लाल श्रीवास्तव ने बताया कि बढ़नी बाजार के वार्ड नंबर 4 निवासी घनश्याम पुत्र देवी प्रसाद के खाते से 17 नवंबर 2025 को अचानक ₹50,000 निकाल लिए गए थे। घनश्याम ने तत्काल इसकी शिकायत ढेबरुआ थाने में दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद साइबर सेल और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने तकनीकी जांच शुरू की। टीम ने लेनदेन का विवरण जुटाया और संबंधित बैंक व तकनीकी प्लेटफॉर्म से संपर्क स्थापित कर खाते की गतिविधियों का पता लगाया। लगातार फॉलोअप और आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद पुलिस को पूरी राशि वापस दिलाने में सफलता मिली। रविवार को ₹50,000 शिकायतकर्ता घनश्याम के खाते में वापस आ गए। घनश्याम ने पुलिस टीम के प्रयासों की सराहना की। इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में थानाध्यक्ष नरायन लाल श्रीवास्तव के साथ एसआई कुंज बिहारी तिवारी, कॉन्स्टेबल मोहित कुमार पुण्डीर, कॉन्स्टेबल विनय यादव, हेड कॉन्स्टेबल अतुल चौबे और कॉन्स्टेबल विशाल तिवारी शामिल थे। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस टीम के इस कार्य की प्रशंसा की।









































