श्रावस्ती में इलाज के दौरान नवजात की मौत:जिला अस्पताल के NICU में बच्चा बदलने की आशंका पर दो दिन पहले हंगामा, जांच जारी

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श्रावस्ती के भिनगा संयुक्त जिला चिकित्सालय में बच्चा बदलने की आशंका को लेकर हुए हंगामे के दो दिन बाद नवजात शिशु की मौत हो गई। नवजात का जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में इलाज चल रहा था। इस घटना के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया है। दरअसल यह घटना बीते 6 नवंबर को हुई थी, जब एक प्रसव पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया था कि ऑपरेशन के बाद पहले उन्हें लड़का होने की जानकारी दी गई, लेकिन कुछ समय बाद लड़की होने की बात कही गई। वहीं डीएनए टेस्ट के बाद बच्चे को परिजनों को सौंपने की बात कही गयी थी। प्रसव के लिए आई दोनों महिलाओं के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया था कि ऑपरेशन के लिए उनसे 5,000 रुपये जमा कराए गए थे। इस घटना के बाद दोनों परिवारों में बच्चों की अदला-बदली की आशंका को लेकर आक्रोश फैल गया था। बरदेहरा गांव निवासी शाकिर अली ने बताया कि उनकी घर की प्रसव पीड़ित महिला के ऑपरेशन के बाद बच्चा लाकर अस्पताल के गेट पर दिया गया। आधे घंटे बाद उन्हें बताया गया कि उन्हें लड़का नहीं, बल्कि लड़की हुई है। शाकिर अली ने सवाल उठाया था कि यदि लड़की हुई थी, तो पहले लड़का क्यों दिया गया। वहीं, पहली प्रसव पीड़ित महिला के परिवार के असलम ने बताया कि दूसरी प्रसव पीड़ित महिला के ऑपरेशन के लिए 4,000 रुपये लिए गए थे, जबकि 1,000 रुपये कम थे। उनका आरोप है कि जब तक पूरे पैसे नहीं दिए गए, तब तक उनके बच्चे को ऑपरेशन के बाद बाहर नहीं निकाला गया। बाद में जब शेष 1,000 रुपये भी दे दिए गए, तो उन्हें बताया गया कि “तुम्हारा बच्चा गया”। श्रावस्ती जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर राजपाल सिंह ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि एक लड़का उनके पास आया था, जिसे आशंका है कि उसका बच्चा बदल दिया गया है। इस ‘कन्फ्यूजन’ की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि ऑपरेशन के नाम पर पैसे लेने के आरोप सही पाए जाते हैं, तो उसके आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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