बस्ती में सनातन धर्म संस्था द्वारा आयोजित श्रीरामलीला महोत्सव में शनिवार शाम पूरा पंडाल भगवान श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। चार घंटे चले भावपूर्ण मंचन में कैकेई-मंथरा संवाद, दशरथ-कैकेई प्रसंग और राम वनगमन की लीला ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संवादों की सुंदर अदायगी पर लगातार तालियां बजती रहीं, वहीं भावनाओं से ओतप्रोत दृश्यों पर कई दर्शकों की आंखें नम हो गईं। कार्यक्रम का शुभारंभ आदित्य श्रीवास्तव, शिवनाथ चौबे, प्रियंका सिंह, ज्योति खरे, पंखुड़ी मिश्रा और अपर्णा भारद्वाज सहित अन्य कलाकारों द्वारा भगवान श्रीराम की आरती के साथ हुआ। लीला के प्रथम भाग में सरस्वती बालिका मंदिर, रामबाग के बच्चों ने राजा दशरथ द्वारा श्रीराम के राज्याभिषेक की घोषणा और देवताओं द्वारा सरस्वती को प्रसन्न कर इसे रोकने का प्रसंग प्रस्तुत किया। पहले देखिए 5 तस्वीरें… इसके बाद, सरस्वती के प्रभाव से मंथरा द्वारा रानी कैकेई को उकसाने का दृश्य और कैकेई-मंथरा संवाद का प्रभावशाली मंचन हुआ। इस दृश्य को देखकर दर्शक झूम उठे। कैकेई-दशरथ संवाद के दौरान जब रानी कैकेई ने भरत के राज्याभिषेक और श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास की मांग रखी, तो पूरा पंडाल भावुक हो उठा। राजा दशरथ के विलाप और राम-सीता-लक्ष्मण के वनगमन के मार्मिक दृश्य पर दर्शक अपने आंसू रोक नहीं पाए। राजकीय कन्या इंटर कॉलेज के बच्चों ने केवट प्रसंग का मनमोहक मंचन प्रस्तुत किया। भगवान श्रीराम द्वारा निषादराज से भेंट, गंगा तट पर केवट संवाद और गंगा पार करने का दृश्य दर्शकों की आत्मा को छू गया। इस अवसर पर अंकुर यादव, कर्नल के.सी. मिश्र, अविनाश त्रिपाठी, सूर्यनाथ शुक्ल और उमेश त्रिपाठी सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।









