बभनान चीनी मिल का नया पेराई सत्र 17 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। मिल ने किसानों को गन्ने की पेड़ी फसल काटने के बाद समय पर गेहूं की बोआई में मदद करने के लिए इस बार पिछले सत्र की तुलना में एक सप्ताह पहले पेराई शुरू करने का निर्णय लिया है। मिल का 12 घंटे का मास्टर ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। बभनान चीनी मिल इस बार बस्ती जिले के बभनान, गौर, टीनिच, गोविंद नगर, विक्रमजोत और गोंडा जनपद के गौरा चौकी, मनकापुर समितियों के माध्यम से गन्ना खरीदेगी। फैक्ट्री गेट के अलावा 79 क्रय केंद्रों से भी खरीद की जाएगी। इस बार कुल 33,180 हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की बोआई की गई है, जबकि पिछले पेराई सत्र में यह आंकड़ा 40,445 हेक्टेयर था, जिससे गन्ने का रकबा घट गया है। चीनी मिल के मुख्य महाप्रबंधक सुचीला ने बताया कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा पेराई सत्र लगभग एक सप्ताह पहले शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन लगभग 5 हजार क्विंटल अधिक गन्ने की पेराई की जाएगी, जिससे किसान समय पर पेड़ी के खेत में गेहूं की बोआई कर सकें। मिल की क्षमता प्रतिदिन एक लाख क्विंटल पेराई की है, लेकिन पिछले वर्षों में प्रतिदिन केवल 90,000 क्विंटल गन्ने की पेराई की जा रही थी। अब प्रतिदिन की पेराई में 5 हजार क्विंटल की वृद्धि से पेराई सत्र छोटा हो जाएगा। इससे किसानों को गेहूं की कटाई के समय गन्ने की छिलाई की चिंता नहीं रहेगी और उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी।









































