आदर्श नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। सुबह-शाम सड़क से गुजरने वाले राहगीर, छात्र-छात्राएं, बुजुर्ग और महिलाएं इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं। कुत्तों के झुंड अचानक हमला कर देते हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में भय और आक्रोश है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। बच्चे स्कूल जाते समय डरते हैं, और सुबह टहलने वाले बुजुर्ग भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं। कुछ दुकानदारों ने बताया कि रात में कुत्तों के झुंड बाजार क्षेत्र में घूमते हैं, जिससे दुकान बंद कर घर लौटने वाले लोगों को भी परेशानी होती है। इस समस्या को रोकने के लिए नगरवासियों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। राम भरोसे, अमरजीत, राजेश कुमार, चंद्र प्रकाश, मोहम्मद इस्लाम, अली हुसैन और अजहर खान जैसे नागरिकों ने संयुक्त रूप से बताया कि कुत्तों के हमलों में कई बच्चे और राहगीर घायल हो चुके हैं। प्रभावी कदम न उठाए जाने से लोगों में असंतोष है। नागरिकों ने सुझाव दिया है कि नगर पंचायत आवारा कुत्तों को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर भेजे और नसबंदी अभियान चलाए, ताकि इन आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित हो सके। इसके अलावा, स्कूलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी की भी मांग की गई है। आवारा कुत्तों की यह समस्या अब केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि नगर व्यवस्था और जन स्वास्थ्य से भी जुड़ी है। स्थानीय लोगों द्वारा उम्मीद जताया गया है कि नगर पंचायत प्रशासन जल्द कदम उठाकर क्षेत्र को सुरक्षित और भयमुक्त बनाएगा। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी राजन गुप्ता से बात की गई। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर पंचायत प्रशासन इस समस्या से अवगत है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक टीम गठित कर अभियान चलाया जाएगा, जिससे लोगों को राहत मिल सके।
नगर पंचायत वासी आवारा कुत्तों के आतंक से परेशान:राह चलते राहगीरों पर हमला कर रहे, प्रशासन से कार्रवाई की मांग
आदर्श नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। सुबह-शाम सड़क से गुजरने वाले राहगीर, छात्र-छात्राएं, बुजुर्ग और महिलाएं इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं। कुत्तों के झुंड अचानक हमला कर देते हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में भय और आक्रोश है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। बच्चे स्कूल जाते समय डरते हैं, और सुबह टहलने वाले बुजुर्ग भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं। कुछ दुकानदारों ने बताया कि रात में कुत्तों के झुंड बाजार क्षेत्र में घूमते हैं, जिससे दुकान बंद कर घर लौटने वाले लोगों को भी परेशानी होती है। इस समस्या को रोकने के लिए नगरवासियों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। राम भरोसे, अमरजीत, राजेश कुमार, चंद्र प्रकाश, मोहम्मद इस्लाम, अली हुसैन और अजहर खान जैसे नागरिकों ने संयुक्त रूप से बताया कि कुत्तों के हमलों में कई बच्चे और राहगीर घायल हो चुके हैं। प्रभावी कदम न उठाए जाने से लोगों में असंतोष है। नागरिकों ने सुझाव दिया है कि नगर पंचायत आवारा कुत्तों को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर भेजे और नसबंदी अभियान चलाए, ताकि इन आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित हो सके। इसके अलावा, स्कूलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी की भी मांग की गई है। आवारा कुत्तों की यह समस्या अब केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि नगर व्यवस्था और जन स्वास्थ्य से भी जुड़ी है। स्थानीय लोगों द्वारा उम्मीद जताया गया है कि नगर पंचायत प्रशासन जल्द कदम उठाकर क्षेत्र को सुरक्षित और भयमुक्त बनाएगा। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी राजन गुप्ता से बात की गई। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर पंचायत प्रशासन इस समस्या से अवगत है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक टीम गठित कर अभियान चलाया जाएगा, जिससे लोगों को राहत मिल सके।







































