श्रावस्ती के नेशनल हाईवे 730 पर रविवार एक सड़क हादसे में 25 वर्षीय कारी हाफिज नसीर की मौत हो गई। नसीर अपनी बहन को उमरा यात्रा के लिए रवाना करने के बाद घर लौट रहे थे, तभी उनकी बाइक मवेशियों से टकरा गई। गंभीर रूप से घायल नसीर को लखनऊ ले जाते समय रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार, इकौना देहात के लाजपत नगर मोहल्ला निवासी हाफिज नसीर पड़ोसी जनपद बहराइच के कैसरगंज से अपने घर इकौना लौट रहे थे। घर से करीब 2 किलोमीटर पहले उनकी बाइक मवेशियों से टकरा गई, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। मवेशियों से टकराते किसी ने देखा नहीं लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि वह मवेशियों से शायद टकरा गये हों।उन्हें तत्काल सीएचसी इकौना पहुंचाया गया। सीएचसी इकौना से गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बहराइच रेफर किया गया। बहराइच में भी हालत गंभीर बनी रहने पर डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ के केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया। परिवार घायल नसीर को इलाज के लिए लखनऊ ले जा रहा था, तभी रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। रविवार को जब शव घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में परिजनों ने रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार कर दिया। परिजनों के मुताबिक, मृतक हाफिज नसीर पड़ोसी जनपद बलरामपुर के महाराजगंज तराई में एक मदरसे में बच्चों को पढ़ाते थे। वह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे और उनकी शादी नहीं हुई थी। मृतक के पिता और बड़े भाई मोबाइल की दुकान चलाते हैं, जबकि मझला भाई कंप्यूटर शॉप चलाता है। परिवार की सबसे अधिक जिम्मेदारी नसीर के कंधों पर थी। उनके जाने से परिवार काफी आहत है वही लोग परिवार को सांत्वना दे रहे।









































