महराजगंज के नौतनवा ब्लॉक स्थित ग्राम पंचायत चकदह के मनिकापुर टोला में इंडिया मार्का हैंडपंप कई महीनों से खराब पड़ा है। ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि कागजों में इस हैंडपंप की मरम्मत के नाम पर 1.44 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन यह आज भी सूखा है। ग्रामीणों के अनुसार, हैंडपंप महीनों से खराब है और उनकी शिकायतें अनसुनी की जा रही हैं। पानी जैसी बुनियादी सुविधा ठप होने के बावजूद स्थानीय अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि कोई गंभीर पहल नहीं कर रहे हैं। लोग दूर-दराज के स्रोतों से पानी लाने को मजबूर हैं, जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है। इस बीच, हैंडपंप मरम्मत के नाम पर हुए भारी-भरकम भुगतान ने सवाल खड़े कर दिए हैं। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 15 अक्टूबर को ग्राम पंचायत चकदह में हैंडपंप मरम्मत और रिबोर के लिए एक ही फर्म को 28,997 रुपये के पांच भुगतान किए गए। कुल मिलाकर 1,44,985 रुपये खर्च दिखाए गए हैं, जबकि मनिकापुर टोला का हैंडपंप अभी भी चालू नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इतना बड़ा भुगतान होने के बाद भी हैंडपंपों का खराब रहना विभागीय लापरवाही और भुगतान संबंधी अनियमितता को दर्शाता है। उन्होंने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह मुद्दा अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में नौतनवा विकासखंड के खंड विकास अधिकारी (BDO) अमित मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि हैंडपंप को जल्द से जल्द ठीक करा दिया जाएगा।
मनिकापुर टोला में हैंडपंप महीनों से खराब: मरम्मत पर 1.44 लाख खर्च, फिर भी सूखा – Nautanwa(Nautanwa) News
महराजगंज के नौतनवा ब्लॉक स्थित ग्राम पंचायत चकदह के मनिकापुर टोला में इंडिया मार्का हैंडपंप कई महीनों से खराब पड़ा है। ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि कागजों में इस हैंडपंप की मरम्मत के नाम पर 1.44 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन यह आज भी सूखा है। ग्रामीणों के अनुसार, हैंडपंप महीनों से खराब है और उनकी शिकायतें अनसुनी की जा रही हैं। पानी जैसी बुनियादी सुविधा ठप होने के बावजूद स्थानीय अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि कोई गंभीर पहल नहीं कर रहे हैं। लोग दूर-दराज के स्रोतों से पानी लाने को मजबूर हैं, जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है। इस बीच, हैंडपंप मरम्मत के नाम पर हुए भारी-भरकम भुगतान ने सवाल खड़े कर दिए हैं। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 15 अक्टूबर को ग्राम पंचायत चकदह में हैंडपंप मरम्मत और रिबोर के लिए एक ही फर्म को 28,997 रुपये के पांच भुगतान किए गए। कुल मिलाकर 1,44,985 रुपये खर्च दिखाए गए हैं, जबकि मनिकापुर टोला का हैंडपंप अभी भी चालू नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इतना बड़ा भुगतान होने के बाद भी हैंडपंपों का खराब रहना विभागीय लापरवाही और भुगतान संबंधी अनियमितता को दर्शाता है। उन्होंने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह मुद्दा अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में नौतनवा विकासखंड के खंड विकास अधिकारी (BDO) अमित मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि हैंडपंप को जल्द से जल्द ठीक करा दिया जाएगा।









































