रेहराबाजार विकास खंड क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण ग्रामीण सड़क इन दिनों जर्जर हालत में है। रामपुर अरना से कंपोजिट विद्यालय बभनपुरवा तक जाने वाली यह सड़क जगह-जगह धंसकर और उजड़कर पूरी तरह खराब हो चुकी है, जिससे दर्जनों मजरों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह सड़क क्षेत्र के लिए एक जीवनरेखा के समान है। यह लालपुर भलुहिया के झुडिया मजरे, अचलपुर घाट और बभनपुरवा के विभिन्न मजरों को सीधे मुख्य मार्ग से जोड़ती है। स्थानीय निवासी रमेश चंद्र उपाध्याय, राजकुमार, अमित कुमार, मौहम्मद नईम और उस्मान गनी ने बताया कि सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। खासकर बारिश के मौसम में पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। कंपोजिट विद्यालय के बच्चों को स्कूल पहुंचने में भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। श्री उपाध्याय ने कहा, “सड़क की हालत इतनी खराब है कि अब यह चलने लायक नहीं बची है। हमने कई बार संबंधित विभाग का ध्यान आकर्षित कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।” ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से इस धंसी हुई और उजड़ी हुई सड़क की तत्काल मरम्मत या नए सिरे से निर्माण कराने की मांग की है, ताकि क्षेत्र के हजारों लोगों को आवागमन की सुविधा मिल सके और विकास की गति बाधित न हो।
रेहराबाजार की महत्वपूर्ण सड़क जर्जर:आवागमन दूभर, ग्रामीण कर रहे निर्माण की मांग
रेहराबाजार विकास खंड क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण ग्रामीण सड़क इन दिनों जर्जर हालत में है। रामपुर अरना से कंपोजिट विद्यालय बभनपुरवा तक जाने वाली यह सड़क जगह-जगह धंसकर और उजड़कर पूरी तरह खराब हो चुकी है, जिससे दर्जनों मजरों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह सड़क क्षेत्र के लिए एक जीवनरेखा के समान है। यह लालपुर भलुहिया के झुडिया मजरे, अचलपुर घाट और बभनपुरवा के विभिन्न मजरों को सीधे मुख्य मार्ग से जोड़ती है। स्थानीय निवासी रमेश चंद्र उपाध्याय, राजकुमार, अमित कुमार, मौहम्मद नईम और उस्मान गनी ने बताया कि सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। खासकर बारिश के मौसम में पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। कंपोजिट विद्यालय के बच्चों को स्कूल पहुंचने में भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। श्री उपाध्याय ने कहा, “सड़क की हालत इतनी खराब है कि अब यह चलने लायक नहीं बची है। हमने कई बार संबंधित विभाग का ध्यान आकर्षित कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।” ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से इस धंसी हुई और उजड़ी हुई सड़क की तत्काल मरम्मत या नए सिरे से निर्माण कराने की मांग की है, ताकि क्षेत्र के हजारों लोगों को आवागमन की सुविधा मिल सके और विकास की गति बाधित न हो।









































