सिद्धार्थनगर के भवानीगंज थाना क्षेत्र के हिसामुद्दीनपुर गांव स्थित तकियवा में एक धार्मिक स्थल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हिंदूवादी संगठनों ने सोमवार को इस स्थल पर पहुंचकर इसे बाबा राम अवतार दास की समाधि बताया। नगर पंचायत बढ़नी चाफा के अध्यक्ष धर्मराज वर्मा के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं का दावा है कि यह स्थल तीन दशक पहले तपस्वी संत बाबा राम अवतार दास की समाधि था। उनका आरोप है कि बाद में इसे जबरन मजार का रूप दे दिया गया। धर्मराज वर्मा ने आरोप लगाया कि यह परिवर्तन 2007 में तत्कालीन विधायक के कार्यकाल के दौरान हुआ था। उनका कहना है कि इस मुद्दे को सार्वजनिक करने और स्थल के मूल स्वरूप की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से कार्यकर्ता यहां आए हैं। धर्मराज वर्मा ने आगामी गुरुवार को स्थल पर भंडारे और हनुमान चालीसा पाठ के आयोजन की भी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह भी अगले गुरुवार को अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचेंगे। उनके अनुसार, यह कार्यक्रम बाबा राम अवतार दास की समाधि को पहचान दिलाने का प्रयास है। उधर, मामले को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं तेज हो गई हैं। किसी भी संभावित तनाव को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस चौकन्नी है। भवानीगंज थाना पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है।किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या कानून विरोधी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सिद्धार्थनगर में मजार-समाधि का विवाद, हिंदूवादी संगठनों का प्रदर्शन:स्थल को बताया- बाबा राम अवतार दास की समाधि, प्रशासन अलर्ट
सिद्धार्थनगर के भवानीगंज थाना क्षेत्र के हिसामुद्दीनपुर गांव स्थित तकियवा में एक धार्मिक स्थल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हिंदूवादी संगठनों ने सोमवार को इस स्थल पर पहुंचकर इसे बाबा राम अवतार दास की समाधि बताया। नगर पंचायत बढ़नी चाफा के अध्यक्ष धर्मराज वर्मा के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं का दावा है कि यह स्थल तीन दशक पहले तपस्वी संत बाबा राम अवतार दास की समाधि था। उनका आरोप है कि बाद में इसे जबरन मजार का रूप दे दिया गया। धर्मराज वर्मा ने आरोप लगाया कि यह परिवर्तन 2007 में तत्कालीन विधायक के कार्यकाल के दौरान हुआ था। उनका कहना है कि इस मुद्दे को सार्वजनिक करने और स्थल के मूल स्वरूप की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से कार्यकर्ता यहां आए हैं। धर्मराज वर्मा ने आगामी गुरुवार को स्थल पर भंडारे और हनुमान चालीसा पाठ के आयोजन की भी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह भी अगले गुरुवार को अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचेंगे। उनके अनुसार, यह कार्यक्रम बाबा राम अवतार दास की समाधि को पहचान दिलाने का प्रयास है। उधर, मामले को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं तेज हो गई हैं। किसी भी संभावित तनाव को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस चौकन्नी है। भवानीगंज थाना पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है।किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या कानून विरोधी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।









































