एनसीसी 102 यूपी बटालियन द्वारा परमहंस पाल पीजी कॉलेज, गुरली सबयां में चल रहे वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के आठवें दिन ड्रिल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 22 कॉलेजों के कुल 638 कैडेटों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक मान सिंह ने कहा कि ड्रिल केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि अनुशासन, एकता, समन्वय और त्वरित निर्णय क्षमता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि ड्रिल की सटीकता किसी भी सैन्य संगठन की मूल पहचान होती है, और एनसीसी कैडेट्स इस अनुशासन के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल मिथुन मिश्रा ने बताया कि ड्रिल प्रतियोगिता में सभी दलों ने जिस समर्पण, समयपालन और तालमेल का प्रदर्शन किया, वह एनसीसी के उच्च मानकों को दर्शाता है। उन्होंने कैडेट्स को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन और टीमवर्क ही सफलता का आधार बनते हैं। अकादमिक सत्र में मोटरोला संचार कम्युनिकेशन के आधुनिक संचार व्यवस्था उपकरण का तकनीकी अध्ययन करवाया गया। इस उपकरण का उपयोग सैन्य, सुरक्षा बलों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों द्वारा व्यापक रूप से किया जाता है। अल्फा, ब्रेवो, चार्ली और डेल्टा कंपनी के गर्ल्स एवं बॉयज कैडेट्स की टीमों ने मैप रीडिंग के माध्यम से गुरली सबयां के विभिन्न क्षेत्रों के पॉइंट्स का अध्ययन कर जागरूकता बढ़ाई। ड्रिल प्रतियोगिता में कमान अधिकारी और एडम ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल मिथुन मिश्रा के साथ-साथ एएनओ लेफ्टिनेंट हेमंत कुमार यादव, लेफ्टिनेंट डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव, लेफ्टिनेंट डॉ. अनुपम सहाय, थर्ड अफसर राकेश कुमार साहनी, टीओ वैभव दुबे, टीओ आशीष सिंह ने कैडेट्स को सामाजिक दायित्व के लिए प्रेरित किया। शिविर में प्रमुख रूप से प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मिथुन मिश्रा के नेतृत्व में सूबेदार गुरनाम सिंह, सूबेदार सुमेर सिंह, सूबेदार कदम सिंह, सूबेदार धरेश माने, सूबेदार वंशी, हवलदार पिंटू सिंह, हवलदार भगत और जीसीआई सुषमा मिश्रा, हवलदार रामबालक, रवींद्र, रियाज, हवलदार अर्जुन सिंह, विपिन त्रिपाठी, अजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
एनसीसी वार्षिक शिविर में कैडेटों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्शन: परमहंस पाल पीजी कॉलेज में आयोजित ड्रिल प्रतियोगिता में दिखाया हुनर – Sabaya(Nichlaul) News
एनसीसी 102 यूपी बटालियन द्वारा परमहंस पाल पीजी कॉलेज, गुरली सबयां में चल रहे वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के आठवें दिन ड्रिल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 22 कॉलेजों के कुल 638 कैडेटों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक मान सिंह ने कहा कि ड्रिल केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि अनुशासन, एकता, समन्वय और त्वरित निर्णय क्षमता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि ड्रिल की सटीकता किसी भी सैन्य संगठन की मूल पहचान होती है, और एनसीसी कैडेट्स इस अनुशासन के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल मिथुन मिश्रा ने बताया कि ड्रिल प्रतियोगिता में सभी दलों ने जिस समर्पण, समयपालन और तालमेल का प्रदर्शन किया, वह एनसीसी के उच्च मानकों को दर्शाता है। उन्होंने कैडेट्स को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन और टीमवर्क ही सफलता का आधार बनते हैं। अकादमिक सत्र में मोटरोला संचार कम्युनिकेशन के आधुनिक संचार व्यवस्था उपकरण का तकनीकी अध्ययन करवाया गया। इस उपकरण का उपयोग सैन्य, सुरक्षा बलों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों द्वारा व्यापक रूप से किया जाता है। अल्फा, ब्रेवो, चार्ली और डेल्टा कंपनी के गर्ल्स एवं बॉयज कैडेट्स की टीमों ने मैप रीडिंग के माध्यम से गुरली सबयां के विभिन्न क्षेत्रों के पॉइंट्स का अध्ययन कर जागरूकता बढ़ाई। ड्रिल प्रतियोगिता में कमान अधिकारी और एडम ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल मिथुन मिश्रा के साथ-साथ एएनओ लेफ्टिनेंट हेमंत कुमार यादव, लेफ्टिनेंट डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव, लेफ्टिनेंट डॉ. अनुपम सहाय, थर्ड अफसर राकेश कुमार साहनी, टीओ वैभव दुबे, टीओ आशीष सिंह ने कैडेट्स को सामाजिक दायित्व के लिए प्रेरित किया। शिविर में प्रमुख रूप से प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मिथुन मिश्रा के नेतृत्व में सूबेदार गुरनाम सिंह, सूबेदार सुमेर सिंह, सूबेदार कदम सिंह, सूबेदार धरेश माने, सूबेदार वंशी, हवलदार पिंटू सिंह, हवलदार भगत और जीसीआई सुषमा मिश्रा, हवलदार रामबालक, रवींद्र, रियाज, हवलदार अर्जुन सिंह, विपिन त्रिपाठी, अजीत सिंह आदि मौजूद रहे।









































