आदर्श नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में बदलते मौसम का असर लोगों के स्वास्थ्य पर दिखने लगा है। शाम से लेकर सुबह तक ठंड और दिन में तेज धूप के कारण तापमान में भारी उतार-चढ़ाव हो रहा है। इस अचानक बदलाव से बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बेवा में सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ओपीडी में रोजाना बड़ी संख्या में मौसमी संक्रमण से ग्रसित रोगी पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में सामान्य बीमारियों के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। सीएचसी बेवा के अधीक्षक डॉ. विकास चौधरी ने इस मौसम में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि दिन-रात के तापमान में बड़ा अंतर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है। परिणामस्वरूप सर्दी, जुकाम, वायरल संक्रमण और बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने और ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी। डॉ. चौधरी ने सलाह दी कि सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। पीने के पानी को उबालकर पिएं और मौसम के अनुकूल भोजन का सेवन करें। उन्होंने भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने की भी सलाह दी, ताकि वायरल संक्रमण से बचा जा सके। किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर स्वयं दवा लेने के बजाय तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराने को कहा गया है। इस बीच, स्थानीय लोगों में जितेंद्र कुमार्ज आशुतोष कुमार, महीबुल्लाह, अमजद अली ने नगर पंचायत क्षेत्र में अलाव की व्यवस्था न होने पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि सुबह-शाम ठंड से बचाव के लिए अलाव की कमी से परेशानी हो रही है। लोगों ने प्रशासन से प्रमुख स्थानों पर जल्द अलाव जलाने की व्यवस्था करने की मांग की है। मौसम विभाग के अनुसार, तापमान में उतार-चढ़ाव का यह क्रम अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों से सावधानी बरतने और किसी भी तरह की लापरवाही से बचने की अपील की है। जिससे ठंड से बचा जा सके।
सिद्धार्थनगर में मौसमी बदलाव से बढ़ीं बीमारियां:बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा असर, स्वास्थ्य विभाग ने दी चेतावनी
आदर्श नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र में बदलते मौसम का असर लोगों के स्वास्थ्य पर दिखने लगा है। शाम से लेकर सुबह तक ठंड और दिन में तेज धूप के कारण तापमान में भारी उतार-चढ़ाव हो रहा है। इस अचानक बदलाव से बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बेवा में सर्दी, खांसी, जुकाम, सिरदर्द और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ओपीडी में रोजाना बड़ी संख्या में मौसमी संक्रमण से ग्रसित रोगी पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में सामान्य बीमारियों के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। सीएचसी बेवा के अधीक्षक डॉ. विकास चौधरी ने इस मौसम में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि दिन-रात के तापमान में बड़ा अंतर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है। परिणामस्वरूप सर्दी, जुकाम, वायरल संक्रमण और बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने और ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी। डॉ. चौधरी ने सलाह दी कि सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। पीने के पानी को उबालकर पिएं और मौसम के अनुकूल भोजन का सेवन करें। उन्होंने भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने की भी सलाह दी, ताकि वायरल संक्रमण से बचा जा सके। किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर स्वयं दवा लेने के बजाय तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराने को कहा गया है। इस बीच, स्थानीय लोगों में जितेंद्र कुमार्ज आशुतोष कुमार, महीबुल्लाह, अमजद अली ने नगर पंचायत क्षेत्र में अलाव की व्यवस्था न होने पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि सुबह-शाम ठंड से बचाव के लिए अलाव की कमी से परेशानी हो रही है। लोगों ने प्रशासन से प्रमुख स्थानों पर जल्द अलाव जलाने की व्यवस्था करने की मांग की है। मौसम विभाग के अनुसार, तापमान में उतार-चढ़ाव का यह क्रम अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों से सावधानी बरतने और किसी भी तरह की लापरवाही से बचने की अपील की है। जिससे ठंड से बचा जा सके।









































