महराजगंज के फरेन्दा क्षेत्र में ग्रामीण युवा पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षा बलों में नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इन युवाओं में अपने सपनों को साकार करने का एक अलग ही जुनून और उत्साह देखा जा रहा है। वे दिन-रात एक करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जुटे हैं। इन युवाओं के लिए फोर्स की नौकरी केवल एक रोजगार का माध्यम नहीं है। वे इसे अपने परिवार का नाम रोशन करने, समाज में सम्मान प्राप्त करने और अपने जिले व गांव की पहचान बनाने का अवसर मानते हैं। सड़कों पर दौड़ लगाते हुए वे अपनी शारीरिक क्षमता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हैं। गांव के कोने-कोने से आने वाले ये युवा सुबह की पहली किरण के साथ ही अभ्यास शुरू कर देते हैं। गर्मी, बरसात या कड़ाके की ठंड, कोई भी मौसम उनकी लगन को कम नहीं कर पाता। उनकी आंखों में देश सेवा का जज्बा साफ झलकता है, और वे शारीरिक के साथ-साथ मानसिक दृढ़ता और अनुशासन का भी पाठ सीखते हैं। फोर्स में भर्ती होने के लिए युवा केवल शारीरिक दौड़ पर ही ध्यान नहीं देते, बल्कि वे प्रतियोगी परीक्षाओं और कौशल विकास पर भी जोर देते हैं। कई सरकारी योजनाएं और स्थानीय संस्थान भी इन युवाओं के सपनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह जोश और उत्साह न केवल इन युवाओं के व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है, बल्कि पूरे ग्रामीण समुदाय को भी प्रेरित कर रहा है। ये समर्पित युवा भविष्य में देश के मजबूत सुरक्षा प्रहरी बनेंगे, जो राष्ट्र सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।
ग्रामीण युवा कर रहे फोर्स की नौकरी की तैयारी: महराजगंज में सुबह-शाम दौड़ लगाकर बहा रहे पसीना, देश सेवा का जज्बा – Pharenda News
महराजगंज के फरेन्दा क्षेत्र में ग्रामीण युवा पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षा बलों में नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इन युवाओं में अपने सपनों को साकार करने का एक अलग ही जुनून और उत्साह देखा जा रहा है। वे दिन-रात एक करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जुटे हैं। इन युवाओं के लिए फोर्स की नौकरी केवल एक रोजगार का माध्यम नहीं है। वे इसे अपने परिवार का नाम रोशन करने, समाज में सम्मान प्राप्त करने और अपने जिले व गांव की पहचान बनाने का अवसर मानते हैं। सड़कों पर दौड़ लगाते हुए वे अपनी शारीरिक क्षमता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हैं। गांव के कोने-कोने से आने वाले ये युवा सुबह की पहली किरण के साथ ही अभ्यास शुरू कर देते हैं। गर्मी, बरसात या कड़ाके की ठंड, कोई भी मौसम उनकी लगन को कम नहीं कर पाता। उनकी आंखों में देश सेवा का जज्बा साफ झलकता है, और वे शारीरिक के साथ-साथ मानसिक दृढ़ता और अनुशासन का भी पाठ सीखते हैं। फोर्स में भर्ती होने के लिए युवा केवल शारीरिक दौड़ पर ही ध्यान नहीं देते, बल्कि वे प्रतियोगी परीक्षाओं और कौशल विकास पर भी जोर देते हैं। कई सरकारी योजनाएं और स्थानीय संस्थान भी इन युवाओं के सपनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह जोश और उत्साह न केवल इन युवाओं के व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है, बल्कि पूरे ग्रामीण समुदाय को भी प्रेरित कर रहा है। ये समर्पित युवा भविष्य में देश के मजबूत सुरक्षा प्रहरी बनेंगे, जो राष्ट्र सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।









































