हर्रैया स्थित महूघाट विशेषरगंज मार्ग पर बेलाडे शुक्ल गांव में नवनिर्मित हनुमान मंदिर में पूजन-अर्चन के साथ दर्शन शुरू हो गए हैं। ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों के दशकों के प्रयासों से इस दिव्य मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ है। यह स्थान पिछले चार दशकों से धार्मिक आयोजनों का केंद्र रहा है। तीन दशक पहले यहां हवन के दौरान भगवान शंकर के डमरू की प्रतिध्वनि सुनाई दी थी, जिसके बाद एक शिव मंदिर का निर्माण हुआ। कालांतर में यहां आदिशक्ति मां दुर्गा की स्थायी मूर्ति स्थापित कर दुर्गा मंदिर भी बनाया गया। ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों ने महसूस किया कि सिद्धेश्वर नाथ मंदिर पर श्रावण मास में कांवड़ियों और शिवरात्रि व नवरात्रि में दूर-दराज से भक्तों का जमावड़ा होता है। इसी को देखते हुए यह तय किया गया कि एक हनुमान मंदिर का निर्माण किया जाए, ताकि जो लोग अयोध्या नहीं जा सकते, वे इसी जागृत स्थान पर हनुमानजी के दर्शन का लाभ प्राप्त कर सकें। मंदिर में दर्शन शुरू होने से क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है। इस अवसर पर पूजन-अर्चन और दर्शन करने पहुंचे वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ ने कहा कि धर्म और धार्मिक आस्था से नैतिकता का विकास होता है, क्योंकि धर्म हमें सत्कर्म सिखाता है। उन्होंने कहा कि मंदिर में स्थापित ईश्वर की मूर्तियां और उनके प्रभाव की कथाएं धर्म के प्रति हमारी आस्था को और मजबूत करती हैं। पांडेय ने आगे कहा कि प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त पवनपुत्र हनुमान जी से सभी को भक्ति, सेवा और समर्पण की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि संकटमोचन हनुमान जी के मंदिर की स्थापना से न केवल यहां के लोगों को दर्शन लाभ मिलेगा, बल्कि हनुमान जी की कृपा से क्षेत्र में सुख-शांति भी आएगी और सभी के संकट दूर होंगे। इस अवसर पर पूर्व प्रधान रामलौट शुक्ल, मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित राजकुमार तिवारी, बृजकिशोर शुक्ल, घनश्याम शुक्ल, मयंक शुक्ल, गजराज शुक्ल, शत्रुघ्न शुक्ल, बैजनाथ शुक्ल, मनोज शुक्ल सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय क्षेत्रवासी और भक्तगण मौजूद रहे।









































