खुनियांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को ‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार’ अभियान के तहत परिवार नियोजन शिविर का आयोजन किया गया। इसमें योग्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों की विस्तृत जानकारी दी गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि वर्तमान में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा भी चल रहा है। इसके तहत पुरुषों को सुरक्षित, सरल और निःशुल्क नसबंदी सेवाओं के लिए प्रेरित किया जा रहा है। शिविर में विशेषज्ञों ने छोटे परिवार के लाभ समझाए। उन्होंने बताया कि इससे महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर होता है, बच्चों का विकास सुचारु होता है और परिवार आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनता है। छोटा परिवार स्वस्थ और सुखी जीवन का आधार है, जो महिलाओं की जीवन गुणवत्ता में सुधार लाता है। मोबियस फाउंडेशन की ‘आकार’ परियोजना के तहत जननी संस्था द्वारा आयोजित इस विशेष नसबंदी शिविर में कुल 20 योग्य दंपतियों ने महिला नसबंदी अपनाने का निर्णय लिया। उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं। संस्था की टीम ने पूरी प्रक्रिया को सुरक्षित, गोपनीय और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराया। खुनियांव स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. पी.एन. यादव, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद त्रिपाठी और ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक महेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि ब्लॉक स्तर पर परिवार नियोजन सेवाओं का विस्तार एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने जननी संस्था और मोबियस फाउंडेशन की टीम के प्रयासों की सराहना की, जो समुदाय में जागरूकता बढ़ा रही है और इच्छुक लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। अधिकारियों के अनुसार, आगामी दिनों में ब्लॉक के विभिन्न क्षेत्रों में और भी शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक दंपतियों को स्वस्थ, सुरक्षित और जिम्मेदार परिवार नियोजन अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
खुनियांव में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन:'स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार' अभियान के तहत 20 दंपतियों ने नसबंदी अपनाई
खुनियांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को ‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार’ अभियान के तहत परिवार नियोजन शिविर का आयोजन किया गया। इसमें योग्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों की विस्तृत जानकारी दी गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि वर्तमान में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा भी चल रहा है। इसके तहत पुरुषों को सुरक्षित, सरल और निःशुल्क नसबंदी सेवाओं के लिए प्रेरित किया जा रहा है। शिविर में विशेषज्ञों ने छोटे परिवार के लाभ समझाए। उन्होंने बताया कि इससे महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर होता है, बच्चों का विकास सुचारु होता है और परिवार आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनता है। छोटा परिवार स्वस्थ और सुखी जीवन का आधार है, जो महिलाओं की जीवन गुणवत्ता में सुधार लाता है। मोबियस फाउंडेशन की ‘आकार’ परियोजना के तहत जननी संस्था द्वारा आयोजित इस विशेष नसबंदी शिविर में कुल 20 योग्य दंपतियों ने महिला नसबंदी अपनाने का निर्णय लिया। उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं। संस्था की टीम ने पूरी प्रक्रिया को सुरक्षित, गोपनीय और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराया। खुनियांव स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. पी.एन. यादव, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद त्रिपाठी और ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक महेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि ब्लॉक स्तर पर परिवार नियोजन सेवाओं का विस्तार एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने जननी संस्था और मोबियस फाउंडेशन की टीम के प्रयासों की सराहना की, जो समुदाय में जागरूकता बढ़ा रही है और इच्छुक लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। अधिकारियों के अनुसार, आगामी दिनों में ब्लॉक के विभिन्न क्षेत्रों में और भी शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक दंपतियों को स्वस्थ, सुरक्षित और जिम्मेदार परिवार नियोजन अपनाने के लिए प्रेरित करना है।









































