नौतनवा नगर में बढ़ते अपराधों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता जितेंद्र जायसवाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिले के पुलिस कप्तान को ईमेल के माध्यम से एक लिखित शिकायत भेजी है, जिसमें नौतनवा थाने पर तैनात एक दरोगा और एक सिपाही पर संगीन आरोप लगाए गए हैं। शिकायत के अनुसार, पिछले छह महीनों में नौतनवा में चोरी, छिनैती और बाइक चोरी की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है। घरों, दुकानों और सड़कों पर भी अपराध का ग्राफ बढ़ा है। दिनदहाड़े महिलाओं से चेन स्नेचिंग और दर्जनों बाइक चोरी के मामले सामने आए हैं। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि पुलिस इन मामलों में त्वरित कार्रवाई नहीं कर रही है। कई निवासियों के अनुसार, शिकायत दर्ज कराने के लिए उन्हें थानों और चौकियों के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। कई मामलों में तो एफआईआर दर्ज कराना भी मुश्किल हो जाता है, और पहले दर्ज की गई चोरी की घटनाओं का खुलासा भी न के बराबर है। स्थानीय निवासियों ने यह भी दावा किया है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में कुछ पुलिसकर्मी बाइक पर घूमते हुए लोगों को बेवजह रोकते हैं और कथित तौर पर उनसे वसूली करते हैं। आरोप है कि कई पीड़ितों को कार्रवाई की धमकी देकर या मामले को ‘मैनेज’ करने की बात कहकर उनकी शिकायतों को दबाने का प्रयास किया जाता है। सबसे गंभीर आरोप एक ऐसे सिपाही पर लगाया गया है जिसका स्थानांतरण एक माह पहले नौतनवा से घुघली हो चुका है। इसके बावजूद, वह कथित तौर पर अभी भी नौतनवा क्षेत्र में सक्रिय है। नागरिकों का आरोप है कि वह वरिष्ठ अधिकारियों की शह पर वसूली करता है। बढ़ते अपराध और पुलिस की कथित निष्क्रियता से परेशान स्थानीय नागरिकों ने शासन-प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेने और प्रभावी कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके। नौतनवा थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम राव ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो भी फरियादी थाने पर आते हैं, उनकी शिकायत गंभीरता से सुनी जाती है और नियमानुसार मुकदमा दर्ज किया जाता है।
नौतनवा में छह माह से चोरी-छिनैती बढ़े: स्थानांतरित सिपाही पर वसूली जारी रखने का आरोप, थानाध्यक्ष ने इन आरोपों को पूरी तरह किया खारिज – Sonauli(Nautanwa) News
नौतनवा नगर में बढ़ते अपराधों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता जितेंद्र जायसवाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिले के पुलिस कप्तान को ईमेल के माध्यम से एक लिखित शिकायत भेजी है, जिसमें नौतनवा थाने पर तैनात एक दरोगा और एक सिपाही पर संगीन आरोप लगाए गए हैं। शिकायत के अनुसार, पिछले छह महीनों में नौतनवा में चोरी, छिनैती और बाइक चोरी की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है। घरों, दुकानों और सड़कों पर भी अपराध का ग्राफ बढ़ा है। दिनदहाड़े महिलाओं से चेन स्नेचिंग और दर्जनों बाइक चोरी के मामले सामने आए हैं। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि पुलिस इन मामलों में त्वरित कार्रवाई नहीं कर रही है। कई निवासियों के अनुसार, शिकायत दर्ज कराने के लिए उन्हें थानों और चौकियों के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। कई मामलों में तो एफआईआर दर्ज कराना भी मुश्किल हो जाता है, और पहले दर्ज की गई चोरी की घटनाओं का खुलासा भी न के बराबर है। स्थानीय निवासियों ने यह भी दावा किया है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में कुछ पुलिसकर्मी बाइक पर घूमते हुए लोगों को बेवजह रोकते हैं और कथित तौर पर उनसे वसूली करते हैं। आरोप है कि कई पीड़ितों को कार्रवाई की धमकी देकर या मामले को ‘मैनेज’ करने की बात कहकर उनकी शिकायतों को दबाने का प्रयास किया जाता है। सबसे गंभीर आरोप एक ऐसे सिपाही पर लगाया गया है जिसका स्थानांतरण एक माह पहले नौतनवा से घुघली हो चुका है। इसके बावजूद, वह कथित तौर पर अभी भी नौतनवा क्षेत्र में सक्रिय है। नागरिकों का आरोप है कि वह वरिष्ठ अधिकारियों की शह पर वसूली करता है। बढ़ते अपराध और पुलिस की कथित निष्क्रियता से परेशान स्थानीय नागरिकों ने शासन-प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेने और प्रभावी कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके। नौतनवा थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम राव ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो भी फरियादी थाने पर आते हैं, उनकी शिकायत गंभीरता से सुनी जाती है और नियमानुसार मुकदमा दर्ज किया जाता है।









































