बहराइच जिले के पयागपुर स्थित जूनियर हाई स्कूल प्रांगण में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक समारोह आयोजित किया गया। इस आयोजन में कुल 75 जोड़ों ने विवाह किया, जिनमें 60 हिंदू और 15 मुस्लिम जोड़े शामिल थे। यह समारोह बुधवार, 10 दिसंबर 2025 को संपन्न हुआ। योजना के तहत कुल 95 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था, हालांकि इनमें से 20 जोड़े अनुपस्थित रहे। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सुभाष त्रिपाठी और पूर्व सांसद अक्षयवरलाल गोंड मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने इस योजना को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की परिकल्पना को साकार करने वाला बताया, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सम्मानजनक विवाह का अवसर प्रदान करती है। समारोह में हिंदू जोड़ों के लिए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सात फेरे की रस्में पूरी की गईं। वहीं, मुस्लिम समुदाय के जोड़ों ने काज़ी की उपस्थिति में शरई नियमों के अनुसार निकाह पढ़ा। दोनों समुदायों के विवाह कार्यक्रम एक ही पंडाल में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुए, जिससे सामाजिक एकता का संदेश भी दिया गया। आयोजन स्थल पर सभी जोड़ों के लिए भोजन, आवास, पंजीकरण, दस्तावेज़ सत्यापन और उपहार वितरण जैसी व्यापक व्यवस्थाएँ की गई थीं। प्रतिभागी जोड़ों को शासन द्वारा निर्धारित आर्थिक सहायता और उपहार सामग्री भी प्रदान की गई। हालांकि, इस दौरान कुछ अव्यवस्थाएं भी सामने आईं। एक दूल्हे को दहेज का सामान अपने कंधों पर लादना पड़ा, जबकि नवविवाहित जोड़ों के परिजन व्यवस्थाओं के लिए इधर-उधर भटकते रहे। उपस्थित अतिथियों ने नवविवाहित जोड़ों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और ऐसे सामूहिक विवाह समारोहों को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश कुमार, क्षेत्राधिकारी हर्षिता तिवारी, उप जिलाधिकारी अश्वनी पांडे, चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर धीरेंद्र तिवारी, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि समय प्रसाद मिश्रा, विशेश्वरगंज ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि राकेश पांडेय और विधानसभा संयोजक निशंक त्रिपाठी सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। पंडित कृष्ण मोहन शुक्ला ने वैदिक मंत्रों से विवाह संपन्न कराया।
बहराइच में 75 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न: पयागपुर में वैदिक मंत्रोच्चार और कलमा से हुए निकाह – Payagpur News
बहराइच जिले के पयागपुर स्थित जूनियर हाई स्कूल प्रांगण में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक समारोह आयोजित किया गया। इस आयोजन में कुल 75 जोड़ों ने विवाह किया, जिनमें 60 हिंदू और 15 मुस्लिम जोड़े शामिल थे। यह समारोह बुधवार, 10 दिसंबर 2025 को संपन्न हुआ। योजना के तहत कुल 95 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था, हालांकि इनमें से 20 जोड़े अनुपस्थित रहे। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सुभाष त्रिपाठी और पूर्व सांसद अक्षयवरलाल गोंड मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने इस योजना को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की परिकल्पना को साकार करने वाला बताया, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सम्मानजनक विवाह का अवसर प्रदान करती है। समारोह में हिंदू जोड़ों के लिए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सात फेरे की रस्में पूरी की गईं। वहीं, मुस्लिम समुदाय के जोड़ों ने काज़ी की उपस्थिति में शरई नियमों के अनुसार निकाह पढ़ा। दोनों समुदायों के विवाह कार्यक्रम एक ही पंडाल में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुए, जिससे सामाजिक एकता का संदेश भी दिया गया। आयोजन स्थल पर सभी जोड़ों के लिए भोजन, आवास, पंजीकरण, दस्तावेज़ सत्यापन और उपहार वितरण जैसी व्यापक व्यवस्थाएँ की गई थीं। प्रतिभागी जोड़ों को शासन द्वारा निर्धारित आर्थिक सहायता और उपहार सामग्री भी प्रदान की गई। हालांकि, इस दौरान कुछ अव्यवस्थाएं भी सामने आईं। एक दूल्हे को दहेज का सामान अपने कंधों पर लादना पड़ा, जबकि नवविवाहित जोड़ों के परिजन व्यवस्थाओं के लिए इधर-उधर भटकते रहे। उपस्थित अतिथियों ने नवविवाहित जोड़ों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और ऐसे सामूहिक विवाह समारोहों को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश कुमार, क्षेत्राधिकारी हर्षिता तिवारी, उप जिलाधिकारी अश्वनी पांडे, चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर धीरेंद्र तिवारी, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि समय प्रसाद मिश्रा, विशेश्वरगंज ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि राकेश पांडेय और विधानसभा संयोजक निशंक त्रिपाठी सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। पंडित कृष्ण मोहन शुक्ला ने वैदिक मंत्रों से विवाह संपन्न कराया।









































