बस्ती में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के निर्देश पर 13 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके सफल आयोजन और आमजन को लोक अदालत के महत्व, प्रक्रिया तथा लाभों से अवगत कराने के उद्देश्य से शुक्रवार को एक जागरूकता रैली निकाली गई। जिला न्यायाधीश शमसुल हक ने बैंकों के प्रचार वाहनों और पराविधिक स्वयंसेवकों की इस रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरी। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को विवादों के त्वरित, सस्ते और सौहार्दपूर्ण निस्तारण के लिए लोक अदालत का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करना था। अपर जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनिल कुमार-XIV ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायालय, कलेक्ट्रेट मुख्यालय और सभी तहसील मुख्यालयों में एक साथ होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोक अदालत में उन मामलों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनका निस्तारण आपसी सुलह-सहमति से संभव है। इस लोक अदालत में आपराधिक शमनीय वाद, परक्राम्य लिखत अधिनियम की धारा 138 (चेक बाउंस), बैंक वसूली, मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाएँ, श्रम एवं पारिवारिक वाद, भूमि अधिग्रहण विवाद, विद्युत व जलकर विवाद, सेवा से संबंधित वेतन व पेंशन मामले, राजस्व विवाद तथा अन्य सिविल वाद जैसे किराया, व्ययादेश, विशिष्ट अनुतोष व आर्बिट्रेशन से जुड़े मामलों का निस्तारण किया जाएगा। अनिल कुमार-XIV ने आम जनता से अपील की है कि वे अधिक से अधिक मामलों को लोक अदालत में प्रस्तुत कर इसका लाभ उठाएं। आयोजन को सफल बनाने के लिए जिले के सभी न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इस अवसर पर मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी रिजवानुल हक, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय सुश्री आराधना रानी, प्रथम अपर जिला जज शिव चंद सहित अन्य न्यायिक अधिकारी और बार काउंसिल के अधिवक्ता उपस्थित थे।









































