श्रावस्ती में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी की अध्यक्षता में 11 दिसंबर 2025 को पुलिस कार्यालय सभागार में एक महत्वपूर्ण समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई। इस बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक मुकेश चंद्र उत्तम, साइबर थाना प्रभारी, जनपदीय साइबर सेल प्रभारी, सभी थानों के साइबर सेल प्रभारी सहित संबंधित कर्मी उपस्थित रहे। गोष्ठी के दौरान जनपद में साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौतियों, उनके नए तरीकों तथा नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए अपनाई जाने वाली रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट किया कि साइबर अपराध आधुनिक अपराधों की सबसे तेजी से बढ़ती श्रेणी है, जिसके लिए त्वरित कार्रवाई और तकनीकी दक्षता अत्यंत आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को NCRP पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने JMIS पोर्टल पर समयबद्ध अपडेट अनिवार्य रूप से करने, POS वेरिफिकेशन तथा MULE अकाउंट वेरिफिकेशन की गति और शुद्धता बढ़ाने पर भी जोर दिया। इसके अतिरिक्त, संबंधित मामलों में LIEN अमाउंट बढ़ाने के लिए प्रभावी प्रयास करने को कहा गया, ताकि पीड़ितों की धनराशि सुरक्षित हो सके। ऑनलाइन ठगी के मामलों में लेन-देन को तुरंत ब्लॉक कराने और बैंक शाखाओं से सतत संवाद बनाए रखते हुए अधिकतम धनराशि सुरक्षित कराने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। साइबर अपराध से संबंधित सभी प्रार्थना पत्रों पर नियमानुसार तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने को भी कहा गया। पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी ने कहा कि साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए तकनीकी उन्नयन, प्रशिक्षित कार्मिक, तेज प्रतिक्रिया तंत्र तथा जनता में जागरूकता—ये चारों स्तंभ बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने सभी कर्मियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक प्रकरण की जांच वैज्ञानिक तरीकों और विधिक मानकों के अनुरूप की जाए ताकि अभियुक्तों पर कड़ी कार्रवाई हो सके और पीड़ितों को समयबद्ध न्याय मिल सके। गोष्ठी में मौजूद सभी अधिकारियों ने निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक का समापन जनपद में साइबर सुरक्षा तंत्र को और अधिक मजबूत करने के संकल्प के साथ हुआ।









































