सेमरी क्षेत्र के सेमरी, शुक्ला और झखिया चौराहों पर लगी हाई-मास्ट लाइटें पांच से सात महीने से खराब हैं। शाम होते ही इन चौराहों पर अंधेरा छा जाता है, जिससे स्थानीय निवासियों और दुकानदारों को परेशानी हो रही है। सेमरी और शुक्ला चौराहे की लाइटें लगभग पांच महीने से खराब हैं। वहीं, झखिया चौराहे की हाई-मास्ट लाइट करीब छह महीने से बंद पड़ी है। शुक्ला चौराहे के निवासियों का कहना है कि उनके यहां की लाइट छह से सात महीने से खराब है। चौराहे के निवासियों और दुकानदारों ने लाइटों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि ऐसी लाइटें लगाने का क्या लाभ, जो कुछ ही महीनों में खराब हो जाती हैं और क्षेत्र में अंधेरा बना रहता है। वे जानना चाहते हैं कि ये लाइटें इतनी जल्दी क्यों खराब हो रही हैं और इनकी स्थापना में क्या खामियां हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार शिकायत करने पर लाइटों को अस्थायी रूप से ठीक किया गया, लेकिन वे फिर से खराब हो गईं। लाइटें न जलने के कारण शाम होते ही चौराहों पर घना अंधेरा छा जाता है, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी बढ़ गई हैं। विनोद, शंकर, विजय मौर्या और बालजी सहित अन्य स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस समस्या का जल्द समाधान करने की अपील की है।
सेमरी में शुक्ला चौराहे पर हाई-मास्ट लाइट खराब:पांच महीने से अधिक समय से अंधेरे में डूबे कई चौराहे
सेमरी क्षेत्र के सेमरी, शुक्ला और झखिया चौराहों पर लगी हाई-मास्ट लाइटें पांच से सात महीने से खराब हैं। शाम होते ही इन चौराहों पर अंधेरा छा जाता है, जिससे स्थानीय निवासियों और दुकानदारों को परेशानी हो रही है। सेमरी और शुक्ला चौराहे की लाइटें लगभग पांच महीने से खराब हैं। वहीं, झखिया चौराहे की हाई-मास्ट लाइट करीब छह महीने से बंद पड़ी है। शुक्ला चौराहे के निवासियों का कहना है कि उनके यहां की लाइट छह से सात महीने से खराब है। चौराहे के निवासियों और दुकानदारों ने लाइटों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि ऐसी लाइटें लगाने का क्या लाभ, जो कुछ ही महीनों में खराब हो जाती हैं और क्षेत्र में अंधेरा बना रहता है। वे जानना चाहते हैं कि ये लाइटें इतनी जल्दी क्यों खराब हो रही हैं और इनकी स्थापना में क्या खामियां हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार शिकायत करने पर लाइटों को अस्थायी रूप से ठीक किया गया, लेकिन वे फिर से खराब हो गईं। लाइटें न जलने के कारण शाम होते ही चौराहों पर घना अंधेरा छा जाता है, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी बढ़ गई हैं। विनोद, शंकर, विजय मौर्या और बालजी सहित अन्य स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस समस्या का जल्द समाधान करने की अपील की है।



































