मेरे बुलाने पर नहीं आते। सही से काम नहीं करते। जूते उतारकर मारूंगा। तुम भ्रष्टाचार फैला रहे हो। जनता सवाल मुझसे कर रही। तुम मेरा फोन नहीं उठाते हो। मेरी विधानसभा में भ्रष्टाचार फैल रहा है। मैं यह बर्दाश्त नहीं करूंगा। अगर जनता के पैसों से खिलवाड़ हुआ तो तुम्हें नंगा करके चौराहे पर घुमाऊंगा। हम किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे। ये बातें शोहरतगढ़ के विधायक विनय वर्मा ने सिद्धार्थनगर के PWD विभाग के एक्सईएन कमल किशोर से कही थी। XEN सोमवार को रेस्ट हाउस में उन ठेकेदारों के साथ बैठक कर रहे थे, जिन ठेकेदारों को विभाग भ्रष्टाचार के आरोप में ब्लैक लिस्ट कर चुका है। राज्यपाल के कार्यक्रम से लौट रहे अपना दल (सोनेलाल) के विधायक अचानक रेस्ट हाउस पहुंच गए। बाहर गाड़ियों देख गार्ड से पूछा कि ये किसकी हैं, तो जवाब मिला एक्सईएन साहब अंदर ठेकेदारों के साथ बैठक कर रहे हैं। बस यहीं से विधायक का पारा चढ़ गया, उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर कमरे में जाकर एक्सईएन को फटकारा। दैनिक भास्कर से बातचीत में विधायक ने कहा- मैं अपने कहे गए एक एक शब्द पर अडिग हूं…आज अगर विधायकों और अफसरों की जांच हो जाए तो यूपी के बड़े-बड़े अफसर जेल में होंगे। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपने XEN को जूते मारने, नंगा करके घुमाने की बात क्यों कही? जवाब : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी पूरे प्रदेश को चमका रहे हैं। कुछ अधिकारी उनका नाम खराब कर रहे हैं। उसमें एक्सईएन कमल किशोर भी हैं। कमल किशोर को उनके दो साल के कार्यकाल में मैंने कई बार फोन किया, लेकिन कमल किशोर कभी पेट दर्द का बहाना, कभी कमर दर्द का बहाना बनाते रहे। देवरिया में 3 करोड़ के घोटाले में सस्पेंड हुए थे। कोर्ट के आदेश पर दोबारा ज्वॉइनिंग कर ली। ये हमारी विधानसभा का कभी प्रस्ताव नहीं भेजते। जेई और एई भी ऐसा करते हैं। अभी नए चीफ आनंद आए थे, उनसे भी मैंने कहा था। उन्होंने कमल किशोर को कहा था कि विधायक जी का प्रस्ताव दे दो। लेकिन उनकी भी बात नहीं सुनी। इसके बाद भी मैंने कई उच्च अधिकारियों को फोन किया, लेकिन कोई भी रिस्पांस नहीं मिला। इसलिए कल मैं अचानक पहुंचा तो पता चला कि यहां मीटिंग हो रही है, इसलिए मैंने फेसबुक लाइव आकर सबकुछ सबके सामने कहा। सवाल : अफसर ने ऐसा क्या कर दिया कि आपकी बेइज्जती हो गई? जवाब : कोई भी क्षेत्र का विधायक अफसर से ही काम के लिए कहेगा। सीधे मुख्यमंत्री से तो कहेगा नहीं। जब अधिकारी रहेगा तो उससे कहा जाएगा। लेकिन अधिकारी लाइन पर हैं ही नहीं। इसलिए मजबूरन वो बातें कहनी पड़ीं। मैंने जो शब्द कहे हैं, बिल्कुल सही बोले हैं। मैं किसी भी शब्द से पीछे नहीं हटूंगा। यह भी जान लीजिए, अभी मैंने एक्सइएन के बारे में बहुत कम बोला हूं। सवाल : आप IPS के खिलाफ धरने दे चुके, क्या आपकी आवाज दबाई जा रही? जवाब : मैं प्राची सिंह के खिलाफ एक दलित परिवार के लिए धरने पर बैठा था। व्यक्तिगत काम के लिए नहीं बैठा था। जैसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ईमानदार छवि से बैठते हैं, इस तरीके से शोहरतगढ़ विधायक भी बैठता है। मेरे अंदर ईमानदारी नहीं होती तो मैं आवाज नहीं उठा पाता। कुछ दिन पहले एक फिल्म मुख्यमंत्री पर आई है, उसमें भी दिखाया गया है कि मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बार धरने पर बैठ चुके हैं। मैं अधिकारियों से दलाली नहीं लेता। अगर मेरी क्षेत्र की जनता का काम नहीं होगा तो मैं लगातार आवाज उठाता रहूंगा। सवाल : सरकार की नीतियां ठीक हैं, क्या अफसरशाही में गड़बड़ी है? जवाब : हमारे मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन अधिकारी गलत काम कर रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगा कि अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस की जांच होनी चाहिए। यही नहीं, विधायकों की भी जांच हो जाए। मैं विश्वास दिलाता हूं कि अधिकारी जेल चले जाएंगे। सवाल : क्या अफसर सिर्फ बीजेपी विधायकों की सुनते? जवाब : अफसर को सबकी सुननी चाहिए, चाहे बीजेपी का हो या किसी भी पार्टी का। जो नेता अपने विधानसभा से जीता है, वह विधायक ही होता है। मुख्यमंत्री जब निधि देते हैं तो सबको देते हैं। वो ये नहीं देखते कि कौन किस पार्टी का विधायक है। इसलिए विधायक सब एक हैं, और अधिकारी को भी ईमानदारी से काम करना चाहिए। ———————————– ये खबर भी पढ़ें अखिलेश बोले- केशव के साथ मुझे देखकर वो घबरा गए:अब कम्युनल स्पीच देने लगे हैं; बिना नाम लिए योगी पर निशाना अखिलेश यादव ने बुधवार को 8 दिन पहले पटना एयरपोर्ट पर हुई डिप्टी सीएम केशव मौर्य से मुलाकात का जिक्र किया, हालांकि उन्होंने केशव का नाम नहीं लिया। सपा प्रमुख ने कहा, सीएम बहुत सांप्रदायिक (कम्युनल) स्पीच देने लगे हैं। जब उन्हें लगता है कि जनता या पार्टी के लोग उनके खिलाफ हैं, तो वे ऐसे भाषण देने लगते हैं। कोई (केशव मौर्य) पटना एयरपोर्ट पर मिठाई खिलाने की बात कर रहा था, इससे वे घबरा गए हैं। पूरी खबर पढ़ें
'नंगा करके चौराहे पर मारूंगा'…कहने वाले विधायक का इंटरव्यू:सिद्धार्थनगर में विनय वर्मा बोले- आज जांच हो तो बड़े-बड़े अफसर जेल जाएंगे
मेरे बुलाने पर नहीं आते। सही से काम नहीं करते। जूते उतारकर मारूंगा। तुम भ्रष्टाचार फैला रहे हो। जनता सवाल मुझसे कर रही। तुम मेरा फोन नहीं उठाते हो। मेरी विधानसभा में भ्रष्टाचार फैल रहा है। मैं यह बर्दाश्त नहीं करूंगा। अगर जनता के पैसों से खिलवाड़ हुआ तो तुम्हें नंगा करके चौराहे पर घुमाऊंगा। हम किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे। ये बातें शोहरतगढ़ के विधायक विनय वर्मा ने सिद्धार्थनगर के PWD विभाग के एक्सईएन कमल किशोर से कही थी। XEN सोमवार को रेस्ट हाउस में उन ठेकेदारों के साथ बैठक कर रहे थे, जिन ठेकेदारों को विभाग भ्रष्टाचार के आरोप में ब्लैक लिस्ट कर चुका है। राज्यपाल के कार्यक्रम से लौट रहे अपना दल (सोनेलाल) के विधायक अचानक रेस्ट हाउस पहुंच गए। बाहर गाड़ियों देख गार्ड से पूछा कि ये किसकी हैं, तो जवाब मिला एक्सईएन साहब अंदर ठेकेदारों के साथ बैठक कर रहे हैं। बस यहीं से विधायक का पारा चढ़ गया, उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर कमरे में जाकर एक्सईएन को फटकारा। दैनिक भास्कर से बातचीत में विधायक ने कहा- मैं अपने कहे गए एक एक शब्द पर अडिग हूं…आज अगर विधायकों और अफसरों की जांच हो जाए तो यूपी के बड़े-बड़े अफसर जेल में होंगे। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपने XEN को जूते मारने, नंगा करके घुमाने की बात क्यों कही? जवाब : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी पूरे प्रदेश को चमका रहे हैं। कुछ अधिकारी उनका नाम खराब कर रहे हैं। उसमें एक्सईएन कमल किशोर भी हैं। कमल किशोर को उनके दो साल के कार्यकाल में मैंने कई बार फोन किया, लेकिन कमल किशोर कभी पेट दर्द का बहाना, कभी कमर दर्द का बहाना बनाते रहे। देवरिया में 3 करोड़ के घोटाले में सस्पेंड हुए थे। कोर्ट के आदेश पर दोबारा ज्वॉइनिंग कर ली। ये हमारी विधानसभा का कभी प्रस्ताव नहीं भेजते। जेई और एई भी ऐसा करते हैं। अभी नए चीफ आनंद आए थे, उनसे भी मैंने कहा था। उन्होंने कमल किशोर को कहा था कि विधायक जी का प्रस्ताव दे दो। लेकिन उनकी भी बात नहीं सुनी। इसके बाद भी मैंने कई उच्च अधिकारियों को फोन किया, लेकिन कोई भी रिस्पांस नहीं मिला। इसलिए कल मैं अचानक पहुंचा तो पता चला कि यहां मीटिंग हो रही है, इसलिए मैंने फेसबुक लाइव आकर सबकुछ सबके सामने कहा। सवाल : अफसर ने ऐसा क्या कर दिया कि आपकी बेइज्जती हो गई? जवाब : कोई भी क्षेत्र का विधायक अफसर से ही काम के लिए कहेगा। सीधे मुख्यमंत्री से तो कहेगा नहीं। जब अधिकारी रहेगा तो उससे कहा जाएगा। लेकिन अधिकारी लाइन पर हैं ही नहीं। इसलिए मजबूरन वो बातें कहनी पड़ीं। मैंने जो शब्द कहे हैं, बिल्कुल सही बोले हैं। मैं किसी भी शब्द से पीछे नहीं हटूंगा। यह भी जान लीजिए, अभी मैंने एक्सइएन के बारे में बहुत कम बोला हूं। सवाल : आप IPS के खिलाफ धरने दे चुके, क्या आपकी आवाज दबाई जा रही? जवाब : मैं प्राची सिंह के खिलाफ एक दलित परिवार के लिए धरने पर बैठा था। व्यक्तिगत काम के लिए नहीं बैठा था। जैसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ईमानदार छवि से बैठते हैं, इस तरीके से शोहरतगढ़ विधायक भी बैठता है। मेरे अंदर ईमानदारी नहीं होती तो मैं आवाज नहीं उठा पाता। कुछ दिन पहले एक फिल्म मुख्यमंत्री पर आई है, उसमें भी दिखाया गया है कि मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बार धरने पर बैठ चुके हैं। मैं अधिकारियों से दलाली नहीं लेता। अगर मेरी क्षेत्र की जनता का काम नहीं होगा तो मैं लगातार आवाज उठाता रहूंगा। सवाल : सरकार की नीतियां ठीक हैं, क्या अफसरशाही में गड़बड़ी है? जवाब : हमारे मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन अधिकारी गलत काम कर रहे हैं। मैं मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगा कि अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस की जांच होनी चाहिए। यही नहीं, विधायकों की भी जांच हो जाए। मैं विश्वास दिलाता हूं कि अधिकारी जेल चले जाएंगे। सवाल : क्या अफसर सिर्फ बीजेपी विधायकों की सुनते? जवाब : अफसर को सबकी सुननी चाहिए, चाहे बीजेपी का हो या किसी भी पार्टी का। जो नेता अपने विधानसभा से जीता है, वह विधायक ही होता है। मुख्यमंत्री जब निधि देते हैं तो सबको देते हैं। वो ये नहीं देखते कि कौन किस पार्टी का विधायक है। इसलिए विधायक सब एक हैं, और अधिकारी को भी ईमानदारी से काम करना चाहिए। ———————————– ये खबर भी पढ़ें अखिलेश बोले- केशव के साथ मुझे देखकर वो घबरा गए:अब कम्युनल स्पीच देने लगे हैं; बिना नाम लिए योगी पर निशाना अखिलेश यादव ने बुधवार को 8 दिन पहले पटना एयरपोर्ट पर हुई डिप्टी सीएम केशव मौर्य से मुलाकात का जिक्र किया, हालांकि उन्होंने केशव का नाम नहीं लिया। सपा प्रमुख ने कहा, सीएम बहुत सांप्रदायिक (कम्युनल) स्पीच देने लगे हैं। जब उन्हें लगता है कि जनता या पार्टी के लोग उनके खिलाफ हैं, तो वे ऐसे भाषण देने लगते हैं। कोई (केशव मौर्य) पटना एयरपोर्ट पर मिठाई खिलाने की बात कर रहा था, इससे वे घबरा गए हैं। पूरी खबर पढ़ें









