बहराइच के महसी तहसील के सिपहिया पियूली गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। इससे ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा है। कार्यदाई संस्था पीएनसी इंफाटेक लिमिटेड ने सड़कें खोदीं और कुछ पाइपलाइन बिछाईं, लेकिन बाकी काम अधूरा छोड़कर चली गई। ग्रामीणों को अभी तक पानी का कनेक्शन नहीं मिला है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि ओवरहेड टैंक नहीं बना है और घरों तक कनेक्शन भी नहीं हुए हैं। इसके बावजूद, सरकारी पोर्टल पर 524 घरों को सुबह-शाम पानी की आपूर्ति दर्ज है। एक ऑपरेटर भी नियुक्त है, जो 10-15 दिनों में एक बार आकर पंप कुछ देर चलाकर चला जाता है और इसके लिए उसे वेतन भी मिल रहा है। यह केवल दिखावा मात्र है। जल निगम के जेई राजकिशोर ने बताया कि परियोजना को 18 माह में पूरा कर घरों तक जलापूर्ति करनी थी, लेकिन कार्य अभी भी अधूरा है। ग्रामीणों ने ई-जलशक्ति वेबसाइट पर परियोजना की प्रगति जांची तो पता चला कि वहां ‘फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन’ दर्शाया गया है, जबकि वास्तव में एक भी घर में नल का कनेक्शन नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल निगम अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है और सरकार के करोड़ों रुपये का दुरुपयोग कर रहा है। तहसील महसी क्षेत्र के कई जगहों पर पानी की टंकियां अधूरी हैं या बनी होने के बावजूद संचालित नहीं हैं। इसके बावजूद, संबंधित गांवों के प्रधानों से एनओसी लेकर कार्य को पूरा दिखाया जा चुका है। परंतु जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना हर घर को जल तहसील महसी क्षेत्र में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है इस पर जिम्मेदारों को ध्यान देने की जरूरत है
महसी में नल नहीं, पोर्टल पर घरों को पानी सप्लाई: जल जीवन मिशन योजना में मनमानी, अधूरा काम, वेतन ले रहा ऑपरेटर – Mahsi News
बहराइच के महसी तहसील के सिपहिया पियूली गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। इससे ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा है। कार्यदाई संस्था पीएनसी इंफाटेक लिमिटेड ने सड़कें खोदीं और कुछ पाइपलाइन बिछाईं, लेकिन बाकी काम अधूरा छोड़कर चली गई। ग्रामीणों को अभी तक पानी का कनेक्शन नहीं मिला है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि ओवरहेड टैंक नहीं बना है और घरों तक कनेक्शन भी नहीं हुए हैं। इसके बावजूद, सरकारी पोर्टल पर 524 घरों को सुबह-शाम पानी की आपूर्ति दर्ज है। एक ऑपरेटर भी नियुक्त है, जो 10-15 दिनों में एक बार आकर पंप कुछ देर चलाकर चला जाता है और इसके लिए उसे वेतन भी मिल रहा है। यह केवल दिखावा मात्र है। जल निगम के जेई राजकिशोर ने बताया कि परियोजना को 18 माह में पूरा कर घरों तक जलापूर्ति करनी थी, लेकिन कार्य अभी भी अधूरा है। ग्रामीणों ने ई-जलशक्ति वेबसाइट पर परियोजना की प्रगति जांची तो पता चला कि वहां ‘फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन’ दर्शाया गया है, जबकि वास्तव में एक भी घर में नल का कनेक्शन नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल निगम अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है और सरकार के करोड़ों रुपये का दुरुपयोग कर रहा है। तहसील महसी क्षेत्र के कई जगहों पर पानी की टंकियां अधूरी हैं या बनी होने के बावजूद संचालित नहीं हैं। इसके बावजूद, संबंधित गांवों के प्रधानों से एनओसी लेकर कार्य को पूरा दिखाया जा चुका है। परंतु जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना हर घर को जल तहसील महसी क्षेत्र में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है इस पर जिम्मेदारों को ध्यान देने की जरूरत है









































