शोहरतगढ़ में गुरुवार को जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपस्थिति पंजिका की जांच में तीन कर्मचारी – मनोज कुमार, सोनू और सुनील दत्त शर्मा – अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने जन औषधि कक्ष, औषधि भंडारण कक्ष, औषधि वितरण कक्ष, प्रसव कक्ष, एक्स-रे कक्ष, जनरल वार्ड और प्रयोगशाला का बारीकी से मुआयना किया। प्रयोगशाला में उन्होंने कर्मचारियों से कार्यप्रणाली और मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही जांच सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। मातृ सुरक्षा केंद्र कक्ष पर विशेष ध्यान देते हुए डीएम ने बताया कि अब तक 25 गर्भवती महिलाओं को उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) के रूप में चिह्नित किया गया है। उन्होंने निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं से नियमित रूप से फीडबैक लिया जाए, ताकि उन्हें प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन किया जा सके। जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के बाद दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को लाभार्थियों के खातों में समय पर भेजने का भी आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी लाभार्थी को भुगतान में विलंब नहीं होना चाहिए। पूरे स्वास्थ्य केंद्र परिसर का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से खुले में रखे ट्रांसफार्मर को जाली से ढकने के भी निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एमओआईसी शोहरतगढ़, संबंधित डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने समग्र रूप से स्वास्थ्य केंद्र की कार्यप्रणाली को संतोषजनक बताया, हालांकि अनुपस्थित कर्मचारियों के प्रति सख्त रवैया अपनाने के संकेत दिए।
डीएम ने शोहरतगढ़ सीएचसी का किया औचक निरीक्षण:तीन कर्मचारी अनुपस्थित मिले, कार्रवाई के दिए निर्देश
शोहरतगढ़ में गुरुवार को जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपस्थिति पंजिका की जांच में तीन कर्मचारी – मनोज कुमार, सोनू और सुनील दत्त शर्मा – अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने जन औषधि कक्ष, औषधि भंडारण कक्ष, औषधि वितरण कक्ष, प्रसव कक्ष, एक्स-रे कक्ष, जनरल वार्ड और प्रयोगशाला का बारीकी से मुआयना किया। प्रयोगशाला में उन्होंने कर्मचारियों से कार्यप्रणाली और मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही जांच सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। मातृ सुरक्षा केंद्र कक्ष पर विशेष ध्यान देते हुए डीएम ने बताया कि अब तक 25 गर्भवती महिलाओं को उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) के रूप में चिह्नित किया गया है। उन्होंने निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं से नियमित रूप से फीडबैक लिया जाए, ताकि उन्हें प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन किया जा सके। जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के बाद दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को लाभार्थियों के खातों में समय पर भेजने का भी आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी लाभार्थी को भुगतान में विलंब नहीं होना चाहिए। पूरे स्वास्थ्य केंद्र परिसर का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से खुले में रखे ट्रांसफार्मर को जाली से ढकने के भी निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एमओआईसी शोहरतगढ़, संबंधित डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने समग्र रूप से स्वास्थ्य केंद्र की कार्यप्रणाली को संतोषजनक बताया, हालांकि अनुपस्थित कर्मचारियों के प्रति सख्त रवैया अपनाने के संकेत दिए।








