बस्ती जिले के कप्तानगंज विकास खंड की ग्राम पंचायत नरहरपुर में विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। खेत समतलीकरण के नाम पर फर्जी मस्टररोल तैयार कर 1 लाख 20 हजार रुपये की निकासी का आरोप ग्राम प्रधान उदयभान पर साबित हुआ है। जिलाधिकारी कृत्तिका ज्योत्सना के निर्देश पर हुई जांच में यह खुलासा हुआ। यह प्रकरण शिकायतकर्ता विजय कुमार श्रीवास्तव ने उठाया था, जो ग्राम भटपुरवा के निवासी हैं। उन्होंने 29 अक्टूबर को पंजीकृत डाक से जिलाधिकारी बस्ती को एक शपथ पत्र शिकायत भेजी थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि ग्राम पंचायत नरहरपुर में गाटा संख्या 158 पर खेत समतलीकरण के नाम पर फर्जी तरीके से सरकारी धन निकाला गया है, जबकि उस भूमि पर उनकी स्वयं की धान की फसल लगी हुई थी। जिलाधिकारी के आदेश पर जांच अधिकारी डीसी मनरेगा की टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि खेत पर वास्तव में धान की फसल मौजूद थी और समतलीकरण कार्य का कोई भौतिक प्रमाण नहीं मिला। इस आधार पर शिकायत सही पाई गई। वहीं, ग्राम प्रधान उदयभान ने फोन पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि “फर्जी काम हर जगह हो रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता ने उनसे एक लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी और पैसे न देने पर शिकायत की है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि प्रधान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में पंचायत स्तर पर होने वाले भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।








